साहसिक पर्यटन पर राष्ट्रीय सम्मेलन का दूसरा दिन गंतव्य योजना, विकास और प्रबंधन पर केंद्रित रहा

दिल्ली राष्ट्रीय समाचार समाचार

पर्यटन मंत्रालय ने ‘विकसित भारत@2047: भारत को एक वैश्विक साहसिक पर्यटन केंद्र बनाना’ विषय पर गुजरात के एकता नगर में साहसिक पर्यटन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन का उद्देश्य भारत को वैश्विक साहसिक पर्यटन केंद्र बनाने के लिए विचार-विमर्श करने, रणनीति बनाने और पहल तैयार करने के लिए एक मंच प्रदान करना था।

राज्य पर्यटन सचिवों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन, पर्यटन मंत्रालय ने गंतव्य योजना, विकास और प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया। गुजरात सरकार ने एक पर्यटन स्थल के रूप में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, इसके विकास, मास्टर प्लान, गंतव्य विकास और प्रबंधन प्राधिकरण और भविष्य की नीति पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।

पर्यटन मंत्रालय ने स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत गंतव्य मास्टर प्लान तैयार करने और विकास की गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की।

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मंत्रालय ने अतुल्य भारत पोर्टल, मीट इन इंडिया अभियान, वेड इन इंडिया (भारत में विवाह) अभियान, ट्रैवल फॉर लाइफ (स्वस्थ जीवन-शैली के लिए पर्यटन) कार्यक्रम और सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन गांव और होमस्टे प्रतियोगिता पर राज्यों के साथ जुड़ाव की प्रगति पर भी चर्चा की।

पर्यटन मंत्रालय ने राज्यों से अनुरोध किया कि वे इन पहलों पर पर्यटन मंत्रालय के साथ मिलकर कार्य करें, जिससे राज्यों में पर्यटन क्षेत्र के समग्र और सतत विकास में मदद मिलेगी।

राज्यों को मंत्रालय द्वारा शुरू की गई विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। इससे देश में विभिन्न क्षेत्रों में सर्वोत्तम प्रथाओं की खोज करने और बाद में उसके अनुरूप कार्यप्रणाली अपनाने में मदद मिलेगी।