धर्म की रक्षा के लिए पापियों का नाश जरूरी : रमेश भाई शुक्ल
ब्यूरो प्रमुख एन अंसारी गोरखपुर , बस्ती मण्डल, उत्तर प्रदेश
गोलाबाजार गोरखपुर । गोला क्षेत्र के ग्राम कौवाडील में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन रविवार को व्यासपीठ से कथा वाचक रमेश भाई शुक्ल ने श्री कृष्ण की जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि धर्म की रक्षा के लिए अधर्म करने वालों का नाश करना भी जरूरी होता है। अधर्मियोंं का नाश करने के लिए ही भगवान ने पृथ्वी पर श्री कृष्ण के रूप में जन्म लिया ।उन्होंने कहा कि कन्हैया के जन्म और उनके द्वारा किए गए कर्मों से धरती पर रहने वाले समस्त मानव को मार्गदर्शन प्राप्त प्राप्त हुआ। आगे उन्होंने कहा कि आज के दौर में लोगों में परेशानी और अविश्वास बढ़ता जा रहा है। जिससे समाज में खींचतान, स्वार्थ, लोभ, दुख, पतन आदि विकृतियों का अम्बार लगा हुआ है। ऐसे में व्यक्ति को युग के अनुरूप दिशा चिंतन, व्यवहार, परमार्थ के लिए हृदय में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। संसार में जो भी आया है वह किसी न किसी कारण से दुःखी रहता है। सुख सिर्फ उसी को प्राप्त होता है जो परमात्मा के भजन में लगा रहता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को हमेशा मृत्यु का भय बना रहता है। मृत्यु का भय तभी दूर हो सकता है जब मनुष्य का जीवन परमात्मा की आराधना में हमेशा लगा रहे।
यजमान दीनानाथ शर्मा व सपत्नीक द्वारा व्यास पीठ की आरती उतारने के बाद कथा का शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर भारी संख्या में भक्तगण पहुचकर कथा का रसापान किये।