UP में बिजली विभाग हुआ सख्त, बिजली बिल बकाया को लेकर काटे 82 कनेक्शन, इतना बिल पेंडिग होने के बाद काटा जाएगा कनेक्शन

उत्तर प्रदेश समाचार

संवाददाता- देवेंद्र मौर्या,गोरखपुर, उत्तर प्रदेश


यूपी के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा अपडेट सामने आया है। अब अगर आप अपना बिजली बिल समय पर नहीं भरते हैं या बिजली की चोरी करते हैं, तो आपका कनेक्शन काट दिया जा सकता है। बिजली विभाग ने इसके लिए एक नया नियम बनाया है, जिसके तहत अब पांच हजार रुपये से ज्यादा बकाया होने पर भी कनेक्शन काट दिया जाएगा।

इसके अलावा, बिजली विभाग ने बकाया बिल वसूलने के लिए एक अभियान भी शुरू किया है, जिसमें बकाएदारों के घर-घर जाकर बिल जमा करवाया जा रहा है। इस अभियान में बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। इस अभियान के तहत, बिजली विभाग ने पिछले हफ्ते ही पूरे शहर में 82 कनेक्शन काट दिए हैं।

बिजली विभाग के अनुसार, इन 82 कनेक्शनों पर कुल 28 लाख रुपये का बकाया था। इनमें से कुछ उपभोक्ताओं को पहले से ही नोटिस भी भेजे गए थे, लेकिन उन्होंने बिल जमा करने की अनदेखी की। इसलिए, बिजली विभाग ने उनके कनेक्शन काट दिए। बिजली विभाग ने बताया कि यह अभियान अब प्रतिदिन चलाया जाएगा, ताकि बकाया राजस्व को वसूला जा सके।

घर-घर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे

यूपी में बिजली उपभोक्ताओं को एक और बड़ी राहत मिलने वाली है। अब उनके घर-घर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जिससे उनका बिजली बिल सही और पारदर्शी होगा। इसके लिए, बिजली विभाग ने एक अप्रैल से प्रदेश में एक बड़ा अभियान शुरू करने का फैसला किया है।

इस अभियान में, बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी घर-घर जाकर पुराने मीटर को हटाकर स्मार्ट मीटर लगाएंगे। स्मार्ट मीटर का फायदा यह है कि इसमें बिजली का इस्तेमाल और बिल की जानकारी रियल टाइम में उपभोक्ता और बिजली विभाग को मिलती रहेगी। इससे, बिजली की चोरी और गलत बिल बनने की संभावना कम हो जाएगी।

बिजली विभाग के अनुसार, यूपी में 2025 तक सभी उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगा दिए जाएंगे। इसके लिए, बिजली विभाग ने टेंडर पाने वाली कंपनियों को निर्धारित समय तक यह काम पूरा करने का निर्देश दिया है। इस काम में लगभग 18885 करोड़ रुपये का खर्च होगा।

बिजली रीडरों की लापरवाही से बनने वाले गलत बिलों से गोरखपुर जोन के नौ हजार उपभोक्ता परेशान हैं। इन उपभोक्ताओं को बिजली विभाग ने बिल जमा करने के लिए नोटिस भी भेजे थे, लेकिन वे बिल जमा नहीं कर रहे हैं।