डीपीआरओ जिला पंचायत राज अधिकारी गोरखपुर निलेश प्रताप सिंह ग्राम प्रधान संदीप मोदनवाल ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (RRC सेंटर) का उद्घाटन

उत्तर प्रदेश गोरखपुर

संवाददाता- चंद्रप्रकाश मौर्या, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश


गोरखपुर : करवल मझगावा में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (RRC सेंटर) का उद्घाटन जिला पंचायत राज अधिकारी श्री निलेश प्रताप सिंह जी के कर कमलों द्वारा किया गया जिसमें ग्राम प्रधान संदीप मोदनवाल द्वारा DPRO एवं BDO का माल्यार्पण एवं बुके देकर गांव मे स्वागत सम्मान किया गया इस कार्यक्रम मे प्रधान संघ मंडल अध्यक्ष राम प्रवेश यादव ने भी माल्यार्पण एवं बुके देकर स्वागत एवं सम्मान किए इस कार्यक्रम मे ब्लॉक के अधिकारीगण एवं कई प्रधानगण अंकित चंद, रामनारायण निषाद, भास्कर तिवारी,राकेंद्र द्विवेदी, आनन्द यादव, अमरेंद्र पाल आदि समस्त ग्रामवासी कृष्ण प्यारे मोदनवाल, प्रदीप मोदनवाल, पलटू मास्टर, श्याम सुंदर ,राजदेव ,मोनू, महेंद्र, जीत बहादुर, मुखलाल,दिलीप पांडेय राज देव एवं गांव की महिलाएँ सुनीता, आशा, कुंती, यशोदा, बिंद्रावती आदि भी लोग शामिल हुए|

घरों से निकलने वाले कूड़ा का स्थायी समाधान हो सके। इसके लिए जिले में रिसोर्स रिकवरी सेंटर इसके पूरे होने के बाद में लोगों को जगह-जगह पड़े कूड़े से निजात मिल सकेगी, क्योंकि इसके शुरू होने के बाद में कूड़ा कर्मचारियों द्वारा रोजाना घरों से एकत्रित किया जाएगा।

गांव की सुंदरता उसकी स्वच्छता पर निर्भर करती है, क्योंकि अमूमन देखा गया है कि घरों के बाहर, सड़कों के किनारे, नालियों में कूड़ा कचरा भरा रहता है। जिसकी वजह से कई बार नालियों चोक हो जाती है। जिसकी वजह से गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता है। जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता है। इसको ध्यान में रखते हुए कूड़ा निस्तारण के लिए योजना बनाई। जिसके तहत ग्राम पंचायत पर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए रिसोर्स रिकवरी सेंटर यानी आरआरसी का निर्माण करना शुरू किया है ताकि गांव के कूड़ा को एक जगह पर एकत्रित किया जाए और उसका निस्तारण किया जा सके। ग्राम पंचायत में आरआरसी बनाए जाने का लक्ष्य दिया गया। इसके बन जाने से लोगों को काफी राहत मिलेगी। साथ ही गांव से गंदगी भी दूर होगी।

आरआरसी केंद्रों के संचालन के लिए घर-घर से कूड़ा एकत्रित किया जाता है। उसके बाद में केंद्र पर कूड़ा अलग-अलग किया जाता है। जिससे लोहा, प्लास्टिक समेत अन्य कूड़ा अलग कर दिया जाता है। लोहा, प्लास्टिक को रिसाइकिल किया जाता है। जिस कूड़ा से वर्मी कंपोस्ट के लिए भेज दिया जाता है।