मुख्तार अंसारी, नाम का सूरज आखिरकार डूब गया
संवाददाता __नरसिंह यादव, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
पूर्वांचल का कुख्यात डॉन या यू कहें समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को 40 सालों तक कोई अदालत कोई कानून उसे सजा नहीं दे पाया और उस पर कुल 61 मामले दर्ज रहे।
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी बीते 4 दशकों तक अपराध की दुनिया का बड़ा नाम रहा, लेकिन उसे पहली सजा सितंबर 2022 में हुई थी जब प्रदेश में जब योगी आदित्यनाथ जी की सरकार थी।
आंकड़ों की बात करें तो मुख्तार पर ही 61 मामले दर्ज है वहीं उसकी पत्नी अफसा अंसारी पर 11 मुकदमे दर्ज है। मुख्तार के बेटे अब्बास पर 8 और छोटे बेटे उमर पर 6 केस दर्ज हैं। मुख्तार की बहू निखत पर भी एक मुकदमा दर्ज है। इतना ही नहीं मुख्तार के भाइयों अफजाल पर 7 मामले तो सिगबतुल्लाह पर 3 केस चल रहे हैं।
माफिया मुख्तार अंसारी की दबंगाई ही ऐसी थी कि पहले तो उसके अपराध पर मामला दर्ज नहीं होता था और यदि हो भी जाए तो उसके खिलाफ गवाही देने के लिए कोई तेयार नहीं होता था। करीब 40 सालों बाद जब प्रदेश में योगी सरकार थी और बदमाशों पर कार्रवाई हो रही थी, तब उसे पहली सजा सुनाई गई थी।
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