- बीती रात इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुँची मरीज को डॉक्टर ना मिलने के कारण होना पड़ा था वापस
- सीएचसी प्रभारी का नहीं उठता फोन, आखिर मरीज किससे करें आन द स्पॉट शिकायत
ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी
अमेठी। ख़बर वीवीआईपी जनपद अमेठी से है जहाँ की स्वास्थ्य व्यवस्था में गैर जिम्मेदारी आसानी से देखी जा सकती है। फर्स्ट रिफरल यूनिट अमेठी सीएचसी में बीती रात एक मरीज को बिना इलाज इमरजेंसी से वापस लौटना पड़ा।
दरअसल, सोमवार रात लगभग साढ़े नौ बजे अमेठी आवास विकास कालोनी की महिला उर्मिला सिंह को इंमरजेंसी की स्थिति में उनके पति अवधेश सिंह और अन्य लोग सीएचसी अमेठी ले कर गए। वहाँ इमरजेंसी में कोई इमरजेंसी चिकित्सक (ईएमओ) नहीं मिला। फिर उन लोगों ने सीएचसी प्रभारी डॉ सौरभ सिंह को स्थिति से अवगत कराने के लिए कई बार फोन किया उनके फोन पर रिंग जाती रही किन्तु फोन नहीं उठा।
मजबूरी में मरीज को मुंशीगंज स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया गया तथा आक्सीजन का सपोर्ट दिया गया। फर्स्ट रिफरल यूनिट में भी इमरजेंसी में डॉक्टर का ना मिलना, प्रभारी का फोन ना उठना, तत्काल इलाज के अभाव में जीवन का खतरा उठाना, यह जनपद के स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य पर बड़ा सवाल खड़ा करता है! आज सीएमओ डॉ0 आशुतोष दुबे से जब इस सबंध में पूंछा गया तो उन्होंने कहा कि स्पष्टीकरण माँगा गया है।
क्या होगा कोई सुधार या कागजी लालफीताशाही से कोरम पूरा कर दिया जाएगा! वास्तव में, जनता तो इलाज चाहती है उसे कम से कम इमरजेंसी में तो इलाज मिलने की अपेक्षा रहती ही है।