ब्यूरो प्रमुख – एन. अंसारी
गोला – गोरखपुर । गोला थाना क्षेत्र के डड़वापार निवासी व चेचेरे भाई द्वारा कट्टा के गोली से घायल पीड़िता रिंकू यादव ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत कर कहा कि थानेदार ने पहले तहरीर बदलकर घटना में शामिल तीन आरोपितों को बचाया और विरोध करने पर पूरे परिवार को मुकदमें में फंसाने की धमकी दे रहा है। उन्होंने घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों के खिलाफ भी मुकदमा पंजीकृत किए जाने की मांग किया है।
प्रार्थना पत्र में लिखा है कि बीते 27 अगस्त को शाम सात बजे उसे व उसकी माता को गोली मारने का आरोपित चचेरा भाई अमित व उसके परिवार के तीन अन्य लोगों ने हम लोगों को पकड़ लिया और मारने-पीटने लगे। इन लोगों ने जान मारने के नियत तमंचे से मेरे उपर फायर कर दिया। गोली मेरे पेट में लगी और मैं खून से लदफद होकर जमीन पर गिर पड़ी। गोली की आवाज सुनकर गांव के लोग आ गए और आरोपित भाग गए। हमको लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां डाक्टर ने मुझे गोरखपुर रेफर कर दिया तब तक मौके पर पहुंचे थानेदार ने कहा कि पहले गोरखपुर जाकर इलाज कराओ, बाद में तहरीर दे देना। उसके बाद मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिया। जब हमने दूसरे दिन थाने में तहरीर भेजवाया तो उन्होंने मेरे हस्ताक्षर किए सादे पेपर नई तहरीर लिखकर घटना में शामिल तीन अभियुक्तों का नाम हटाकर का नाम हटा दिया जबकि अभियुक्त गिरोहबंद होकर मुझे और मेरी माता को मारा और जान मारने के नियत से गोली मार दी। जब हमने तहरीर बदलने का विरोध किया तो उन्होंने अपने प्राइवेट नंबर से फोन कर धमकी दिया कि मैं जैसा बोलता हूं। वैसा ही करो, वरना तुम्हारे पूरे परिवार को मुकदमें में फंसा दूंगा। इनके खिलाफ कई थानों में मुकदमा दर्ज है और ये लोग पुलिस की मदद से बच जाते हैं। इस संबंध में एसपी दक्षिणी अरूण कुमार सिंह का कहना है कि आरोप गंभीर है। अगर मामला मेरे पास आता है तो इस मामले की जांच कराया जाएगा।