संवाददाता – संजय श्रीवास्तव – गोरखपुर
बड़हलगंज- गोरखपुर । विकास खण्ड बड़हलगंज क्षेत्र के जगदीशपुर गांव का हाल बेहाल इसे शासन प्रशासन की उदाशीनता कहें या प्रकृति का कोप। कभी 150 घरो से आबाद जगदीशपुर गांव मे बचा संजय पाण्डेय का अंतिम पक्का मकान बुधवार को राप्ती नदी मे विलीन हो गया। भगवान की कृपा रही कि रात मे जब राप्ती ने मकान को टच किया तभी अनहोनी की आशंका से संजय पाण्डेय परिवार को लेकर बाहर निकल आये थे। और सुबह पुरा मकान राप्ती ने एक झटके मे लील लिया।
इस बार राप्ती ने ऐसा कहर बरपाया कि जगदीशपुर इतिहास के पन्नों मे सिमट कर रह गया। राप्ती ने इस बार एक एक कर 35 घरो को अपनी धारा मे समेट लिया। संजय पाण्डेय का मकान राप्ती से थोड़ी दूर था। लेकिन राप्ती की धारा ने इसे भी नही बक्सा। संजय पाण्डेय कहते हैं। कि रात से ही राप्ती ने अटैक शुरू किया था। और सुबह सवा सात बजे मेरा व मेरे भाई संगम पाण्डेय दोनो के घरो को काट कर नदी मे विलीन कर लिया। अब हम बेघर हो गयें। परिवार के साथ दूसरे के घर मे जीवन काट रहे हैं।
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न तो मुआवजा मिला हैं और न ही जमीन
संजय और संगम कहते है कि अब तक न तो मुआवजा मिला हैं और न ही जमीन। एक बीघा खेत तो था लेकिन उसमें भी ज्यादातर कटान तेज होने कारण नदी काट चुकी हैं।