ब्यूरो रिपोर्ट- प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी
अमेठी | अमेठी जनपद में किसानों की समस्या के प्रति प्रशासन का उदासीन सौतेला रवैया बेहद दुःखद है।शासन की साफ किसान हितैषी मनसा व निर्देश के बावजूद अधिकारियों की इच्छा शक्ति, कर्तव्यपरायणता खत्म हो चुकी है।अमेठी तहसील में लाखों किसान है जहां धान खरीद हेतु सिर्फ नौ केंद्र निर्धारित किये गए हैं।जो निर्धारित भी है सही से संचालित नहीं होते, पिछली बार काफी प्रयास के बाद भेटुआ ब्लॉक में क्रय केंद्र कागज में बनाया तो गया किन्तु कर्मचारियों के अभाव में चला नहीं, विभाग लीपापोती करते रहे,इस बार भी यही प्रतीत हो रहा, अधिकारी सीयूजी फोन तक नहीं उठाते।किसानों को धान बेचने बीसों किलोमीटर जाना पड़ता है।
वही मुसाफिरखाना में 20 व तिलोई में 17 क्रय केंद्र निर्धारित किये गए हैं।इसप्रकार प्रशासन का क्षेत्रीय सौतेला व्यवहार ठीक नहीं।प्रशासन से अपील है कृपया पुनः इस समस्या को गम्भीरता से लेते हुए किसानों के हित में अमेठी में और क्रय केंद्र बनाये एवं भेटुआ ब्लॉक, आदि जहां संसाधन नहीं है व्यवस्था करायें।