अमेठी। 19 नवंबर 2021 जिला समन्वय समिति के सहयोग से जनपद में आगामी 22 नवंबर से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम शुरू होने जा रहा है। उक्त जानकारी एसीएमओ एवं नोडल अधिकारी डॉ राम प्रसाद ने दी, उन्होंने बताया कि अभियान की सफलता के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। इस अभियान के तहत एलबेंडाजोल और डाईइथाईल कार्बामजीन की गोली आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर लोगों को खिलाई जाएगी। एएनएम इस कार्य का सुपरविजन करेगी,दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों को इस दवा का सेवन नहीं करना है। खाली पेट भी दवा नहीं खाना है। सभी के समन्वित प्रयासों से ही मच्छर जनित इन बीमारियों से बचा जा सकता है। किसी भी दशा में घरों के आस-पास पानी जमा न होने दें।
उन्होने बताया कि डेंगू और जीका के लिए जिम्मेदार वायरस अलग-अलग हैं और अभी तक इन बीमारियों से बचने के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। इसलिए मच्छरों से बचाव करके ही इन बीमारियों से सुरक्षित रहा जा सकता है। उन्होंने बताया कि यह जानकारी बहुत कम लोगों को होती है कि डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया एवं जीका के लिए एक प्रजाति के एडीज मच्छर जिम्मेदार हैं और एडीज मच्छर केवल दिन के समय में काटता है। इसलिए सुबह – शाम पूरी आस्तीन के कपडें अवश्य पहने और मच्छर रोधी साधनों का उपयोग करें एवं इनके पनपने वाले स्थलों को नष्ट करते रहें।
जीका वायरस से बचने के लिए तीन बातें ध्यान में रखें – मच्छरदानी में सोएं व मच्छर रोधी रेपेलेंट का प्रयोग करें, बुखार और सिर दर्द को हल्के में न लें और प्रशिक्षित चिकित्सक को अवश्य दिखाएं, स्किन पर चकत्ते दिखें तो अलर्ट हो जाएं। 22 नवंबर से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में अपना योगदान देकर अभियान को सफल बनाएं। उन्होने एम्बेड के सामुदायिक व्यवहार परिवर्तन सुगमकर्ताओं एवं सामुदायिक स्वयंसेवकों का समुदाय में समुचित जानकारी देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प, डेंगू से मुक्ति, एक खुराक खायेंगे, फाइलेरिया को भगाएंगे एवं हर रविवार मच्छरों पर वार के माध्यम से अपनी बात कही। उन्होंने इस संबंध में क्या करें, क्या न करें एवं डेंगू/जीका वायरस फैलाने वाले मच्छर कहॉं पनपते हैं,