नगर पंचायत गोला के ग्राम भीटी में भीटा की जमीन पर भूमाफिया द्वारा दबंगई से हो रहा है कब्जा
स्थानीय प्रशासन व पुलिस बनी मूकदर्शक
कब्जा करने वाला पुलिस विभाग में है तैनात
ब्यूरो प्रमुख – एन अंसारी गोरखपुर
गोलाबाजार गोरखपुर । गोला तहसील के नगर पँचायत गोला में शामिल भीटी गाँव में एक भूमाफिया पोखरे के भीटा की जमीन पर धड़ल्ले से पक्का मकान बना कर कब्जा कर रहा है। नगर पंचायत के जिम्मेदार भी चुप्पी साधे हुए है। गाव के लोगो के आवाज उठाने पर तहसील प्रशासन ने आनन-फानन सरकारी जमीन का नुकसान की धारा 67 के तहत कार्यवाही कर थानाध्यक्ष को कब्जा रोकने का आदेश दिया । दूसरी ओर थानेदार व हल्का दारोगा और सिपाहियो की मिलीभगत से दिन-रात भवन निर्माण कार्य हो रहा है। जिसकी शिकायत गांव के लोगो ने प्रधानमंत्री आफिस से लेकर मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर किया है लेकिन अवैध निर्माण न रूकने से ग्रामीणों मे गुस्सा है।
प्राप्त बिबरन के अनुसार विगत बर्ष हुए नगर पंचायत के विस्तार में यह गाँव नगर पंचायत गोला में आ गया है। गाँव के एक व्यक्ति ने मौका देखकर गाँव मे स्थित ऐतिहासिक पोखरे के चारो ओर स्थित भीटा की जमीन गाटा संख्या 238, क्षेत्रफल 0.393 पर कब्जा कर भवन निर्माण शुरू कर दिया। गाँव के लोगो ने जब इसकी शिकायत की तो तहसील प्रशासन ने हीलाहवाली करते हुए किसी तरह मौके का मुआयना, नापी व अन्य कार्यवाही कर किसी तरह बीते तीन दिसम्बर को माना कि वह भीटा की जमीन पर पक्का भवन का निर्माण कर अवैध कब्जा कर रहा है। धारा 67 के तहत कार्यवाही करते हुए कहा कि उसके इस निर्माण से 4 लाख 32 हजार रूपया मूल्य के बराबर सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ है ।लेकिन इसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। नगर पंचायत हाथ पर हाथ रखकर बैठा रहा। इस आदेश के बाद गांव के द्वारिका सिंह ने एसडीएम गोला विनय कुमार पान्डेय को पत्रक देकर अवैध निर्माण रोकने की माग की। जिस पर उन्होंने थानाध्यक्ष को अवैध निर्माण हटाने का आदेश दिया लेकिन पुलिस कभी वीआइपी ड्यूटी तो कभी कोर्ट का आदेश लाने का हवाला देकर निर्माण कार्य नही रोकवा रही है। दूसरी ओर भूमाफिया दिन-रात काम करवाकर दूसरे तल का छत डलवाने के फिराक में लगा हुआ है। गाँव के लोग पीएमओ कार्यालय, मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल से लेकर सभी उच्चाधिकारियो को पत्रक भेजकर निर्माण कार्य रोकने की मांग कर रहे हैं। लेकिन पुलिस किसी तरह निर्माण पूर्ण कराने में लगी है।
पुलिस विभाग में ही तैनात हैअवैध निर्माण कराने वाला आरोपित
गाँव के लोगों का कहना है कि जमीन पर कब्जा करने वाले आरोपित का पुत्र पुलिस विभाग में उपनिरीक्षक पद पर तैनात है और वह इन दिनों छुट्टी लेकर घर आया है। वही लोकल पुलिसकर्मियों से मिलीभगत कर तेजी से निर्माण करा रहा है। इसी कारण पुलिसकर्मी इस मामले में हाथ नहीं डाल रहे है।
तहसील प्रशासन की भी टरकाऊ नीति
गाँववालों के काफी प्रयास के बाद किसी तरह हल्का लेखपाल ने जाकर रिपोर्ट बनाया और कहा कि सरकारी जमीन पर कब्जा हो रहा है। वह कागजी कार्यवाही कर चुप बैठ गया। कोई भी मौके पर झांकने नही आया कि निर्माण कार्य रोका जाय जबकि प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही तहसील पर एसडीएम के नेतृत्व में एन्टी भू माफिया टीम बनाई गई है लेकिन गोला तहसील में उसका कुछ अता-पता नही है और न टीम कोई कार्यवाही करती है।
नगर पंचायत के जिम्मेदार नही ले रहे सन्ज्ञान
हद तो यह है कि यह जमीन अब नगर पंचायत के अधीन है लेकिन जिम्मेदारों का ध्यान इस जमीन की ओर नही है। वे सन्ज्ञान भी नही ले रहे हैं। आखिर वे लोग किस तरह सरकारी सम्पत्ति की सुरक्षा कर रहे हैं। यह गाँववालो के समझ मे नही आ रहा है।
कभी भी बिगड़ सकता है गाँव का माहौल
गाँव मे जमीन सरकारी पर कब्जा किए जाने को लेकर माहौल काफी गर्म है। अगर समय से प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही नहीं की गई तो कभी भी माहौल गड़बड़ा सकता है।