सरयू के तट पर बही कविता की रसदार
धराधाम एवम अनिनीसेस द्वारा आयोजित हुआ भव्य कवि सम्मेलन
शायरी और कविता की हर मर्ज की दवा- शिरोमणि डॉक्टर सौरभ पांडेय
ब्यूरो प्रमुख – एन अंसारी गोरखपुर
बाँसगाँव – गोरखपुर। बड़हलगंज में सरयू नदी के तट पर स्थित मुक्ति पथ पर धराधाम इंटरनेशनल व अन्याय निवारण निर्मूलन सेवा समिति के तत्वावधान में देश में मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव समारोह के तहत कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन का आगाज मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत कर प्रतिभा गुप्ता प्रबोधिनी ने किया। कवि डॉ.अमिताभ पाण्डेय ने शहीदों को समर्पित रचना “रो रहे माता पिता हैं,रो रहा सारा वतन। ओढ़ कर सर पर तिरंगा आ गया उनका ललन।।” सुनाकर लोगों की आंखों को नम कर दिया। कवयित्री प्रतिभा गुप्ता प्रबोधिनी ने ” नन्ही चिड़िया तुम आंगन में नहीं आती सुनाकर वाहवाही लूटी। कवि डॉ आर के राय ने “हर सुबह हो जिंदाबाद, हर शाम हो जिंदाबाद” सुनाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कवि निर्भय शुक्ल निनाद ने अपनी कविता मेरे पापा सुनाकर व दिव्या मालवीय ने मां सुनाकर लोगों की वाहवाही लूटी।सत्य प्रकाश सिंह ने कविता में कविता की शिकायत सुनाकर जोरदार उपस्थिति दर्ज कराई। डॉ एहसान अहमद ने क्षणिकाओ के माध्यम से सार्थक संदेश दिया। कवि अंशुमान ने ग़ज़ल सुनाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शुभी मिश्रा द्वारा मेरे लिए बहत्तर पड़े है सभी को अच्छा लगा। साथ ही साथ दिव्या मालवीय और एकता उपाध्याय ने भी काव्य पाठ किया।कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय ई शायर मिन्नत ने किया और इस अवसर पर मिन्नत गोरखपुरी ने कहा कि भारत देश दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जहां तहजीबो का संगम होने के साथ-साथ भाषाओं का भी संगम होता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता धराधाम इंटरनेशनल के मुखिया आनरेरी प्रोफेसर सौहार्द शिरोमणि डॉ.सौरभ पाण्डेय ने किया। और कहां की शायरी की जुबान हर कोई समझता है। चाहे उसे भाषाओं का ज्ञान हो या ना हो।शायरी एवम कविता हर मर्ज की दवा है।कार्यक्रम आयोजक अन्याय निवारण निर्मूलन सेवा समिति के अध्यक्ष राजा भाऊ सेठ द्वारा आभार ज्ञापन किया गया। पूर्व ब्लॉक प्रमुख विजय कुमार यादव, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथिगण वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर डा.विनय श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर किरन, मधु त्रिपाठी, एड प्रणव द्विवेदी, गुरु, मोहिनी, संगीता, सपना, प्रसन्ना, किरन, कमलेश, रवि, गुड़िया, राहुल, शिवम, बेचुभाई, गुलाब सेठ, मुराली भाई, बनमाली शर्मा, रानी, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।