वर्तमान विधायक को अपने ही पार्टी के लोगों का झेलना पड़ा विरोध, किंतु लोगों के विरोध का संज्ञान लेते हुए विधायक नफीस अहमद रूठे हुए लोगों को मनाने में जुटे।
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। प्रत्याशी डोर टू डोर कंपनी में लगे हुए हैं। गोपालपुर विधायक नफीस अहमद समाजवादी पार्टी द्वारा गोपालपुर विधानसभा का पुनः प्रत्याशी बनाए जाने के बाद वर्तमान विधायक को अपने ही पार्टी के लोगों का विरोध झेलना पड़ा किंतु लोगों के विरोध का संज्ञान लेते हुए विधायक नफीस अहमद रूठे हुए लोगों को मनाने में जुट गए। रूठे लोगों को मनाने में काफी हद तक सफल भी हुए हैं।
नफीस अहमद ने रूठे लोगों को मनाने का एक नया तरीका ढूंढा, उनसे मिलकर उनकी समस्याओं को जाना और उसका समाधान करने में जुट गए। वर्तमान स्थिति यह है कि रूठे लोगों को मनाने में विधायक सफल हुए हैं और अन्य दलों के कार्यकर्ताओं को भी पार्टी में जोड़ने का काम किया है।
आज डोर टो डोर कैंपेन के दौरान विधायक नफीस अहमद मीडिया से रूबरू हुए और मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर गोपालपुर विधानसभा में किसी भी प्रकार का विरोध नहीं है। गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र में सभी समाजवादी कार्यकर्ता एकजुट हैं। विधायक नफीस अहमद ने बताया कि 10 मार्च को पूर्ण बहुमत के साथ सपा की सरकार बनने जा रही है। सपा की सरकार बनते ही गोपालपुर में चहुमुखी विकास कार्य और तेजी गति से होंगे।
नफीस अहमद ने बताया कि वर्तमान सरकार विपक्ष के विधायकों की उपेक्षा करती रही है। सरकार के उपेक्षित रवैए के बावजूद भी हमने गोपालपुर विधानसभा विकास के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया है। हमने अपने क्षेत्र के लोगों को गंभीर बीमारियों से इलाज के लिए सरकार से तीन करोड़ से अधिक की धनराशि उपलब्ध कराई है
मीडिया द्वारा देवारा क्षेत्र के अधूरे कार्यों के बारे में विधायक से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सरकार बहाने बनाकर विकास कार्यों को रोकने का काम की है। यदि सरकार चाहती तो देवारा क्षेत्र में सड़क पुल पुलिया बन जाते लेकिन सरकार कहती है कि देवारा क्षेत्र असाध्य है जिसमें पुल पुलिया आदि का निर्माण संभव नहीं है।