आजमगढ़: पद्म पुरस्कार 2025 हेतु नामांकन की प्रक्रिया शुरू

आजमगढ़: पद्म पुरस्कार 2025 हेतु नामांकन की प्रक्रिया शुरू

आजमगढ़ - उत्तर प्रदेश शासन ने गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2025 के अवसर पर पद्म विभूषण, पद्म भूषण, और पद्म श्री पुरस्कारों के लिए महानुभावों के नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। इस संबंध में अपर जिलाधिकारी प्रशासन, श्री राहुल विश्वकर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट और उत्कृष्ट उपलब्धियों, योगदानों और सेवाओं के लिए भारत सरकार द्वारा यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।

श्री विश्वकर्मा ने बताया कि नामांकन हेतु महानुभावों के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में “साइटेशन” (दो प्रतियों में) निर्धारित प्रारूप में विस्तृत जानकारी के साथ दिनांक 10 अगस्त 2024 तक जमा करानी होगी। इसके लिए समस्त उप जिलाधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे अपने क्षेत्र में इस सूचना का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। अधिक से अधिक संख्या में योग्य उम्मीदवारों के नामांकन हेतु “साइटेशन” (तीन प्रतियों में) के साथ संबंधित जानकारी 05 अगस्त 2024 तक उपलब्ध करानी होगी।

पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं, जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करते हैं। इन पुरस्कारों का उद्देश्य उत्कृष्टता की पहचान करना और समाज के प्रति उनके उल्लेखनीय योगदान को स्वीकार करना है। यह प्रक्रिया न केवल पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को सम्मानित करती है, बल्कि समाज के अन्य सदस्यों को भी प्रेरित करती है कि वे अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रयासरत रहें।

उप जिला मजिस्ट्रेटों को अपने क्षेत्र के महानुभावों के बारे में जानकारी एकत्रित कर नामांकन प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि नामांकन प्रक्रिया पारदर्शी हो और समाज के विभिन्न वर्गों से योग्य उम्मीदवारों का चयन हो सके। इस पहल से यह भी उम्मीद है कि अधिक से अधिक लोग अपने क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने के लिए प्रेरित होंगे

नामांकन के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों में महानुभावों के व्यक्तित्व और कृतित्व का विस्तृत विवरण शामिल है। इसके साथ ही उनके द्वारा किए गए कार्यों की सूची और समाज में उनके योगदान का विवरण भी आवश्यक है। नामांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि सभी जानकारी सही और प्रमाणित हो।

नामांकन प्रक्रिया के तहत सभी उप जिला मजिस्ट्रेटों को निर्देशित किया गया है कि वे 05 अगस्त 2024 तक सभी आवश्यक दस्तावेज़ और जानकारी संकलित कर लें, जिससे कि 10 अगस्त 2024 तक उत्तर प्रदेश शासन को भेजा जा सके। 

इस महत्वपूर्ण पहल से न केवल उत्कृष्ट व्यक्तियों को सम्मानित करने का अवसर मिलेगा बल्कि समाज में उत्कृष्टता और सेवा की भावना को भी प्रोत्साहित किया जा सकेगा। उत्तर प्रदेश शासन और आजमगढ़ जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की जा रही है और उम्मीद है कि इस बार के पद्म पुरस्कारों में अधिक से अधिक योग्य और समर्पित व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा।

इस प्रक्रिया से समाज में प्रेरणा और प्रोत्साहन का नया अध्याय लिखा जाएगा और अनेक लोग अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित होंगे। यह पहल समाज के सभी वर्गों के लिए एक सकारात्मक संदेश है और उत्कृष्टता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।