जालौन: ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में होमगार्ड जवान की दर्दनाक मौत
जालौन जिले के कालपी कोतवाली क्षेत्र में एक दुखद घटना घटी जब ड्यूटी पर जा रहे होमगार्ड जवान लल्लू राम पुत्र कालीदीन की अज्ञात वाहन की टक्कर से दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा नेशनल हाईवे 27 के चौरासी गुम्बद के समीप हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, होमगार्ड जवान लल्लू राम अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे जब एक अज्ञात वाहन ने उन्हें पीछे से जोरदार टक्कर मारी। टक्कर इतनी भयानक थी कि लल्लू राम की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद टक्कर मारने वाला वाहन तेजी से फरार हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मौके पर मौजूद साक्ष्यों को एकत्र किया और फरार वाहन की तलाश शुरू कर दी है। कालपी कोतवाली पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और फरार वाहन तथा उसके चालक का पता लगाने के प्रयास कर रही है। लल्लू राम की मौत की खबर से उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके सहकर्मी और मित्र भी इस घटना से स्तब्ध हैं। लल्लू राम अपने परिवार के एकमात्र सहारा थे और उनकी अचानक मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और प्रशासन से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि लल्लू राम एक जिम्मेदार और समर्पित होमगार्ड जवान थे। उनके निधन से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरा क्षेत्र शोक में है। स्थानीय निवासियों ने पुलिस से अपील की है कि वह जल्द से जल्द दोषी वाहन चालक को गिरफ्तार करे और उसे कठोर सजा दिलवाए।
यह घटना एक बार फिर से सड़क सुरक्षा के महत्व को उजागर करती है। राजमार्गों पर बढ़ते यातायात और तेज रफ्तार के कारण ऐसे हादसे अक्सर देखने को मिलते हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को सड़क सुरक्षा के उपायों को और भी सख्त बनाने की जरूरत है ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।
लल्लू राम की असामयिक और दर्दनाक मौत ने पूरे जालौन जिले को शोक में डाल दिया है। उनके समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को हमेशा याद किया जाएगा। पुलिस प्रशासन से अपेक्षा है कि वे जल्द ही इस मामले को सुलझाकर न्याय दिलाएंगे। इस घटना ने एक बार फिर से समाज में सुरक्षा और सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित किया है। सभी को मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए प्रयास करने होंगे ताकि किसी और परिवार को इस प्रकार की पीड़ा का सामना न करना पड़े।