बिहार के अररिया में दिल दहला देने वाला खुलासा—दूसरी टीचर थी असली टारगेट, लेकिन शूटरों ने गोली मार दी शिवानी वर्मा को

बिहार के अररिया में दिल दहला देने वाला खुलासा—दूसरी टीचर थी असली टारगेट, लेकिन शूटरों ने गोली मार दी शिवानी वर्मा को

निशाना कोई और… मौत शिवानी की: 3 लाख की सुपारी में बदल गई पहचान, अफेयर के शक में रची गई थी पूरी साजिश


बिहार के अररिया जिले में यूपी की रहने वाली शिवानी वर्मा की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जो घटना पहली नजर में एक सामान्य आपराधिक वारदात लग रही थी, वह असल में ईर्ष्या, शक और बदले की भावना से रची गई एक साजिश निकली—और वह भी गलत पहचान के कारण जानलेवा साबित हुई।

3 लाख की सुपारी—लेकिन टारगेट कोई और

पुलिस के मुताबिक इस हत्या के लिए शूटरों को 3 लाख रुपये में सुपारी दी गई थी।
लेकिन उनका असली निशाना एक दूसरी महिला टीचर थी, जिसके बारे में साजिश करने वाली महिला को शक था कि उसका पति उस टीचर के साथ अफेयर में है।

 घटना वाले दिन बदल गया पूरा खेल

जिस दिन सुपारी किलर वारदात को अंजाम देने पहुंचे—

  • वह टारगेट महिला टीचर स्कूल नहीं आई,

  • उसकी स्कूटी से ही उस दिन शिवानी वर्मा जा रही थीं,

  • शूटरों ने स्कूटी देखकर समझा कि वे सही लक्ष्य पर हैं,

  • और इसी गलतफहमी में उन्होंने शिवानी को गोली मार दी

पुलिस के अनुसार यह घटना mistaken identity का मामला है, जो एक निर्दोष महिला की जान ले बैठा।

 जांच में सामने आए हैरान करने वाले तथ्य

पुलिस ने बताया कि—

  • सुपारी देने वाली महिला को अपने पति पर अवैध संबंधों का गहरा शक था,

  • कई बार विवाद भी हुए,

  • इसी शक और क्रोध ने उसे इस चरम कदम पर उतार दिया,

  • शूटरों को शिक्षक की दिनचर्या, उनके आने-जाने के रास्ते और स्कूटी की जानकारी दी गई थी।

मामले में मुख्य साजिशकर्ता समेत कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है।

एक निर्दोष की जान, एक परिवार का उजड़ना

शिवानी वर्मा, जो दूर उत्तर प्रदेश से बिहार में नौकरी कर रही थीं, इस दुर्भाग्यपूर्ण साजिश का हिस्सा भी नहीं थीं। केवल गलत स्कूटी पर बैठने की वजह से उनकी जिंदगी खत्म हो गई। उनके परिवार में मातम है और समाज में इस घटना ने गहरी संवेदना और आक्रोश पैदा कर दिया है।


अररिया की यह घटना शक, अविश्वास और निजी रिश्तों में दरार की भयावह परिणति का उदाहरण है। एक गलतफहमी, एक गलत पहचान… और एक निर्दोष महिला की जिंदगी हमेशा के लिए खत्म हो गई।