अयोध्या में दंगा भड़काने की कोशिश का बड़ा खुलासा हुआ है. कुछ शरारती तत्वों ने जालीदार टोपी लगाकर आपत्तिजनक पर्चे और मांस के टुकड़े धार्मिक स्थलों पर फेंके. हालांकि समय रहते पुलिस ने 7 आरोपियों को दबोच लिया. सभी आरोपी हिंदू हैं. साजिश के मास्टरमाइंड का नाम महेश कुमार मिश्रा है. उसने कबूल किया है कि वह और उसके साथी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा से नाराज थे. पुलिस सभी आरोपियों को मीडिया के सामने लेकर आई.
मास्टरमाइंड चाहता था कि उसकी यह करतूत CCTV में कैद हो और पुलिस के हाथ भी आए. इसलिए आरोपियों ने दो ऐसी मस्जिदें चुनीं जहां CCTV लगे थे. SSP शैलेश पांडेय ने बताया कि इस घटना में 11 लोग शामिल थे. मुख्य आरोपी ने अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया. फरार चल रहे 4 अन्य लोगों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
आरोपियों ने अयोध्या के मस्जिद कश्मीरी मोहल्ला, टाटशाह मस्जिद, घोसियाना रामनगर मस्जिद, ईदगाह सिविल लाइन मस्जिद और दरगाह जेल के पीछे मांस और आपत्तिजनक पोस्टर फेंके थे. कुछ जगह पर धार्मिक पुस्तक फेंककर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. पुलिस ने जिस मुस्लिम धर्म गुरु से बयान लिए थे, उन्होंने रात 2 बजे चार बाइक पर 8 लोगों को देखा था. उस समय वे नमाज पढ़ने जा रहे थे. उन्होंने सबसे पहले आपत्तिजनक पोस्टर देखे और पुलिस और एडमिनिस्ट्रेशन के अफसरों तक ये मामला पहुंचाया.