विगत दिनों महराजगंज थाना क्षेत्र के आराजी अमानी मे जमीनी पैमाईस मे दो पक्ष मे हुए विवाद मे मारपीट के बाद रात मे चले गोली कांड को गांव वालों ने फर्जी बताया और शिकायत कर्ता द्वारा फ़साने की नियत से कूटरचित करार देने के साथ दी गयी तहरीर के आधार पर स्थानीय थाने मे दर्ज मुकदमे का विरोध किया | बतादें कि आराजी अमानी गांव मे आज गांव वालों ने गोली कांड के शिकायतकर्ता संतविजय द्वारा बताये गए मामले को फर्जी बताया और पुरानी रंजिस को लेकर मौजूदा प्रधान प्रतिनिधि तहसीलदार को फ़साने की नियत से तहरीर मे नाम देने की बात कही जबकि मौजूदा विवाद से उनका कुछ लेना देना नहीं है |गांव वालों ने बताया कि पैमाईस के दिन प्रधान प्रतिनिधि होने के नाते तहसीलदार यादव वहां गए थे जबकि तहरीर मे दो अन्य उपेंद्र और चंद्र शेखर वहां थे भी नहीं |गांव वालों के अनुसार जमीनी विवाद संतविजय और मुनीर के बीच चल रहा है और विवाद के चलते महराजगंज पुलिस ने दोनों पक्षो का 151मे चालान भी किया था |गांव वालों ने संतविजय को जलसाज बताते हुए पहले से ही उसपर कई आपराधिक मामले दर्ज होने की बात कही और एफ आई आर की कॉपी दिखाई |गांव वालों ने चोरी की एक घटना का जिक्र करते हुए संतविजय को एक खम्भे से बंधा हुआ वायरल एक विडिओ भी दिखाया जबकि वायरल विडिओ की पुष्टि चैनल नहीं करता |
बाईट – ग्रामीण
बाईट – संत विजय