अमेठी, विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में सुसाइड प्रीवेंशन शिविर का आयोजन संयुक्त जिला चिकित्सालय गौरीगंज में किया गया। इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के नोडल अधिकारी डॉ0 संजय कुमार ने बताया कि दुनिया भर में हर साल लगभग आठ लाख लोग आत्महत्या करते हैं। इनमें से 1.35 लाख भारत के होते हैं।
मनोचिकित्सक डॉ. वीर विक्रम सिंह द्वारा ओ0पी0डी0मे आने वाले सभी रोगियों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया और बताया गया कि वर्तमान में अवसाद के लक्षण मिलना आम बात होती हैं और मन मे एकाकीपन के कारण आत्महत्या के विचार भी आने लगते हैं जो कि जिंदगी के लिए नुकसानदायक होते हैं। यह भी देखा गया है कि अधिकांश आत्महत्याएं तब होती हैं जब समस्याओं की पहचान करने और उनका समाधान करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना आवश्यक होता है। मनोचिकित्सक द्वारा परिवार से दूर रहने के कारण जो स्ट्रेस होता है उससे उबरने के उपाय बताए गए। उन्होंने कहा- सुबह सर्वप्रथम योग करना चाहिए, संगीत सुनना चाहिए, दोस्तो के साथ हंसी मजाक करना चाहिए, खेलकूद में भाग लेना चाहिए। इस मौके पर नशा उन्मूलन एवं सुसाइड प्रीवेंशन के बारे में भी बताया गया। जो लोग अल्कोहल का सेवन करते हैं उन्हे मिर्गी, दौरा आदि की भी दिक्कत आती है तो उनका दवाओं द्वारा इलाज किया जाता है। अन्य मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित बीमारियों के बारे में बताया गया एवं किसी भी समस्या के इलाज की सलाह दी गई।