संवाददाता- दामोदर शुक्ला, बलरामपुर
बलरामपुर: जिले में लगातार दो दिनों से हुए बारिश को लेकर राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है वही कई गांव में पानी भर गया है जिससे गांव के लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त है वही राप्ती नदी के इस बढ़ते जलस्तर को देखकर प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए हैं मौके पर जिला अधिकारी डॉ महेंद्र कुमार अपर जिलाधिकारी राम अभिलाख तथा एसपी राजेश कुमार सक्सेना भी मौके पर पहुंचकर कोड़री घाट पुल का निरीक्षण किया है जहां राप्ती नदी के तट पर बसे गांव में बाढ़ ने रौद्र रूप ले लिया है और लोगों को घर से निकलने को मजबूर कर दिया है जहाँ राप्ती का जलस्तर 105.32 है जो खतरे के निशान से तकरीबन 1 मीटर ऊपर है।वहीं मौके पर कंट्रोल रूम को अलर्ट कर दिया गया है तथा 32 राहत चौकी एवं 19 राहत केंद्र भी संचालित हैं राहत चौकियों पर राजस्व के कर्मचारियों के साथ पैरामेडिकल स्टाफ पशु चिकित्सक तैनात हैं और तीनों तहसीलों में 72 नावें भी संचालित हैं तथा सभी तहसीलों को मोटरवोट भी मंगाकर देने को जिला प्रशासन ने निर्देश दिया है जिला प्रशासन का यह दावा है कि बाढ़ से कोई नुकसान नहीं होने देंगे लेकिन इसके बाद भी राप्ती नदी के बढ़ते रौद्र रूप को देखकर ग्रामवासी सदमे में है और उनका कहना है कि यदि इसी तरह से जलस्तर बढ़ता रहा तो हम लोगों के गांव भी बह सकते है वही लाखों आबादी को मुख्यालय से जोड़ने वाला कोडरीघाट का पुल इस समय खतरे में है और इस पुल का एप्रोच पूरी तरह से कट रहा है जहां मौके पर बाढ़ खंड के अधिकारी लगे हुए हैं लेकिन इसके बावजूद भी कोडरी घाट पुल के कट रहे एप्रोच से हरैया ब्लाक के लोग परेशान हैं और उनका कहना है कि यदि यह अप्रोच कट गया तो हम लोगों का संपर्क भी मुख्यालय से टूट जाएगा।
वहीं बाढ़ को लेकर जिलाधिकारी डॉ महेंद्र कुमार का कहना है कि तैयारियां पूरी है बचाव कार्य हेतु पीएसी की फ्लड यूनिट मौजूद है तथा एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की डिमांड की गई है।