देश पहली महिला को पाकिस्तान में भारतीय दूतावास का बनाया गया सीडीए

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संवाददाता- मनोज कुमार
बस्ती , यूपी।
कहते हैं प्रतिभा किसी संसाधन की मोहताज नहीं होती और न ही उसके ऊपर पिछड़े अगड़े क्षेत्र का ही कोई प्रभाव पड़ता है, इन पंक्तियों को चरितार्थ किया है बस्ती के पिछड़े गांव क्षेत्र की रहने वाली गीतिका श्रीवास्तव ने। मूलरूप से बस्ती जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र के कैतहा गांव के रहने वाले रिटायर्ड बैंक अधिकारी जीपी श्रीवास्तव की इकलौती बेटी आईएफएस 2005 बैच गीतिका श्रीवास्तव को पाकिस्तान के इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग का प्रभारी बनाया गया है, और इस पद को सुशोभित करने वाली बस्ती की बेटी गीतिका श्रीवास्तव देश की पहली महिला अफसर बनी हैं। इससे पहले किसी भी महिला अधिकारी को पाकिस्तान में भारतीय दूतावास का प्रभारी नहीं बनाया गया था। आपको बता दे की मूलरूप से बस्ती जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र के कैतहा निवासी गीतिका श्रीवास्तव ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा बस्ती से ही पूरी की, इनके पिता रिटायर्ड बैंक अधिकारी हैं और माता रिटायर्ड शिक्षिका, गीतिका एक बहन और एक भाई हैं। वर्तमान में इनका परिवार बस्ती शहर के जेल रोड़ स्थित राजपूत कॉलोनी में रहती है। हिन्दी, अंग्रेजी, चीनी और बांग्लादेशी भाषा पर मजबूर पकड़ रखने वाली गीतिका बस्ती से ही हाईस्कूल और इन्टर करने बाद यही के शिव हर्ष किसान पीजी कॉलेज से गणित, अर्थशास्त्र और कंप्यूटर साइंस में 2001 में बीएससी की डिग्री हासिल की, और गीतिका ने पूरी यूनिवर्सिटी टॉप करते हुए तीनों ही विषयों में गोल्ड मेडल प्राप्त किया था। बस्ती से ग्रेजुएशन करने के बाद गीतिका श्रीवास्तव हाई एजुकेशन के लिए दिल्ली चली गई और 2003 में जेएनयू से उन्होंने अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रैजुएशन किया, और फिर इसी वर्ष एमफिल में प्रवेश ले लिया। एमफिल करने के दौरान ही गीतिका ने यूपीएससी का एग्जाम दिया और सन 2005 में पहले ही अटैंप में गीतिका का चयन हो गया, गीतिका की रैंक इतनी अच्छी थी की उनको आईएएस, आईपीएस, आईएफएस सब मिल रहा था लेकिन विदेश में भारत माता की सेवा करने के लिए उन्होंने विदेशी सेवा को चुना और उनकी पहली पोस्टिंग चीन के बीजिंग में हुई जहां उन्होंने 2007 से लेकर 2009 तक अपनी सेवा दी और फिर दिल्ली लौट आई, फिर 2009 में उन्हें कोलकाता में पहली रिजिनल पासपोर्ट अधिकारी बनाया गया जहां उन्होंने छः वर्ष तक सेवा दी. गीतिका श्रीवास्तव को 2017 में एक बार पुनः बीजिंग में भारतीय दूतावास में डिप्टी सेक्रेट्री बनाया गया जहां वो दो वर्ष सेवा देने के बाद सन 2019 में पुनः भारत लौट आई. 2022 में गीतिका का प्रमोशन ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद पर हो गया और वर्तमान में गीतिका संयुक्त सचिव इंडो – पैसफिक के पद पर कार्यरत हैं। 1947 से आजादी के बाद से पाकिस्तान के इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास में 22 सीडीए बनाए गए जिसमें सभी पुरुष थे, पहली बार किसी महिला को पाकिस्तान में भारतीय दूतावास का सीडीए बनाया गया है, जिसको लेकर पूरे बस्ती जनपद सहित उत्तर प्रदेश में खुशी की लहर है और लोग सोशल मीडिया पर गीतिका श्रीवास्तव को जमकर बधाई दे रहे हैं।