कौड़ीराम – गोरखपुर। सेंट जेवियर्स स्कूल पाण्डेयपार कौड़ीराम पर “भारतरत्न” प्रख्यात दार्शनिक, स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयन्ती पूरे हर्षोल्लास के साथ मनायी गया ।
कार्यक्रम का शुरूआत विद्यालय के प्रधानाचार्य धीरेंद्र झा व प्रबंधक सुजीत कुमार तथा सह संजोजक सोहा सिद्दीकी के द्वारा दीप प्रज्वलित कर सर्वप्रथम उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात बाल संसद के पदाधिकारियों द्वारा भी उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की गयी। इसके पश्चात डा० सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए प्रबंधक सुजीत कुमार व सह संयोजक सोहा सिद्दीकी द्वारा यह बताया गया कि इनका जन्म 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडु के तिरूमनी ग्राम में हुआ था इनको बचपन में कोई सुख-सुविधा नहीं मिली और अपने गाँव से ही प्रारम्भिक शिक्षा की शुरूआत की तथा तत्कालीन मद्रास के क्रिश्चियन कालेज से दर्शनशास्त्र में एम०ए० की डिग्री प्राप्त की और चूंकि ये शुरू से ही मेधावी थे इसलिए बचपन से ही पूरी शिक्षा ग्रहण करते समय इनको स्कालरशिप मिलती रही और जहाँ से इन्होनें एम०ए० किया था वहीं वे उपकुलपति भी बने । और फिर एक वर्ष पश्चात बी०एच०यू० वाराणसी के उपकुलपति बने । इन्होनें इग्लैंड के आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में भी भारतीय दर्शनशास्त्र के शिक्षक के रूप में सेवा दी । इनका दर्शन शिक्षा के प्रति समर्पण होने से ही एक प्रख्यात दार्शनिक के रूप में इनकी ख्याति फैली। इन्होंने अपने लेखो और भाषणों से पूरे विश्व को भारतीय दर्शनशास्त्र से परिचित कराया । और इनका मानना था कि पुस्तकें ही वह साधन है जिसके माध्यम से हम विभिन्न देशों की संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते है । शिक्षा में ख्याति के साथ ही ये राजनैतिक जीवन में भी सफल रहे ये देश के पहले उपराष्ट्रपति के साथ ही देश के दूसरे राष्ट्रपति भी बने थे । शिक्षा और राजनीति में उत्कृष्ट योगदान के लिए इनको भारत देश का सर्वोच्च अलंकरण “भारत रत्न” भी मिला था और 1962 में इनके जन्मदिन पर “शिक्षक दिवस” मनाने की घोषणा भी की गयी जो अभी तक अनवरत जारी है । ये बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे जिसके कारण ही इंग्लैंड सरकार द्वारा “आर्डर आफ मेरिट” का भी सम्मान प्राप्त हुआ था। और साथ ही में प्रोजेक्टर के माध्यम से भी बच्चों को इनकी पूरी जीवनी दिखायी गयी तथा हम सभी को इनके जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को जीने की बात कही गयी ।
इस अवसर पर प्रणव उपाध्याय, पीएन मिश्रा, उपेंद्र कुमार, जनार्दन सिंह, निखिल मिश्रा, राजेश्वर पांडेय, रानी सिंह, अनिकेत सिंह, राजवंश पाण्डेय एकता, चंदा, संध्या, पिंकी व निकिता आदि ने बच्चों के द्वारा दिए गए इस आधार के लिए अभिभूत होते दिखे ।