दशरथ घर जन्मे राम, घर घर बजत बधाई है

उत्तर प्रदेश गोरखपुर धर्म समाचार

तहसील संवाददाता- नरसिंह यादव, बांसगांव, गोरखपुर

राम जन्म पर अयोध्या में आनंद का माहौल

– ताड़का-सुबाहु वध पर पंडाल में गूंजा ‘ जब कोई नहीं आता, मेरे राम आते हैं’


श्रीश्री आदर्श रामलीला समिति गंभीरपुर के तत्वाधान में रामलीला के दूसरे दिन बुधवार को भगवान श्रीराम के जन्म की लीला का मंचन मंत्रमुग्ध करने वाला रहा। अयोध्या में राजा दशरथ और रानी कौशल्या पुत्र की लालसा में व्याकुल होते हैं। गुरू वशिष्ठ की सलाह पर पुत्रेष्टि यज्ञ के बाद चक्रवर्ती महाराज दशरथ के घर चार पुत्रों का जन्म होता है। इसमें भगवान श्रीहरी विष्णु का जन्म राम के रूप में होता है। राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न कि सुंदर लीला के मंचन ने दर्शकों का मन मोह लिया। अयोध्या में खुशियां आ जाती हैं।गुरू वशिष्ठ चारों भाईयों को वेद व अस्त्र-शस्त्र की शिक्षा देते हैं। इधर दूसरी ओर असुरों का पाप इतना बढ़ जाता है की वह ऋषि-मुनियों को भी प्रताड़ित करने लगते हैं। गुरु विश्वामित्र आयोध्या आकर महाराज दशरथ से राम लक्ष्मण को साथ भेजने के लिए कहते हैं। विश्वामित्र के आदेश पर ऋषि मुनियों की रक्षा के लिए राम ने ताड़का,सुबाहु समेत अन्य असूरों का वध करते हैं। इस दौरान हारमोनियम वादक काली शंकर पाठक और जयंत गिरी द्वारा गीत ‘ जब कोई नहीं आता, मेरे राम आते हैं’ ने श्रद्धालुओं को मोहित कर दिया। डॉ अजय शर्मा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। बाल रूप में राम की रेयांश सिंह,भरत की विव्राट सिंह, शत्रुघ्न की आरो, लक्षमण की रेयांश सिंह,सुमंत की विकास सिंह, मंत्री की विवेक सिंह, दशरथ की विक्की सिंह, विश्वामित्र की रजत सिंह ने भूमिका निभाई।

चित्र परिचय- गंभीरपुर रामलीला में राम जन्म एवं नामकरण संस्कार का मंचन किया गया|