- सरफराज को माधव राव सिंधिया सम्मान से नवाजा गया, मुशीर ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में बनाया विशेष प्रदर्शन
- जनपद के क्रिकेट प्रेमियों में हर्ष का माहौल, दोनों भाइयों को मिले सम्मान और प्रशंसा
- सगड़ी के भाइयों का सपना – भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनना
- जनपद के बासूपार गांव के मुशीर खान और सरफराज, भारत में बने इतिहास के हीरो
- दोनों भाइयों की उपलब्धि ने जनपद में क्रिकेट के क्षेत्र में बढ़ाया प्रतिष्ठान
- सगड़ी के शेरों ने दिखाया क्रिकेट में अपना दम, साझा किया देश का गर्व
- मुशीर खान और सरफराज की उपलब्धि ने बदला क्रिकेट के खेल का सिरा और बनाया इतिहास
संवाददाता- राजेश गुप्ता, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
आजमगढ़: जनपद के सगड़ी तहसील के रहने वाले भाइयों ने क्रिकेट जगत में ऐसा इतिहास बना दिया है जो भारत में शायद ही कभी पहले किसी ने देखा हो। दोनों भाइयों ने अलग-अलग प्रतियोगिताओं में खेलते हुए शतक बनाए हैं, जिससे उन्होंने जिले के क्रिकेट प्रेमियों को आश्चर्यचकित कर दिया है।
सगड़ी तहसील के बासूपार गांव से निवासी नौशाद खान के बड़े पुत्र सरफराज खान और छोटे पुत्र मुशीर खान ने अपनी बल्ले से बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस उपलब्धि के बाद, दोनों भाइयों का सपना है कि वे भारतीय क्रिकेट टीम के हिस्से बनेंगे।
25 जनवरी को, जब पूरा देश गणतंत्र दिवस की तैयारियों में तत्पर था, यह भाइयों ने अलग-अलग टीमों के खिलाफ अपना जलवा बिखेरा। सरफराज खान ने भारत ए टीम के खिलाफ 161 रन बनाए, जबकि उन्होंने वाशिंगटन सुंदर के साथ 169 रन की साझीदारी भी की। दूसरी ओर, मुशीर खान ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में आयरलैंड के खिलाफ 118 रन बनाए।
जनपद के क्रिकेट प्रेमियों में दोनों भाइयों की इस उपलब्धि ने हर्ष का माहौल बना दिया है। सरफराज खान को रणजी ट्रॉफी में 2021-2022 में सर्वाधिक रन बनाने के लिए बीसीसीसीआई ने माधव राव सिंधिया सम्मान से सम्मानित किया है, जो उनके पिता नौशाद खान ने लिया है।
इंडियन टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने नौशाद खान को इस अवार्ड के लिए सम्मानित किया है, जिससे भाइयों की मेहनत और प्रगति की पहचान हुई है। यह उपलब्धि नौशाद खान के और उनके परिवार के लिए एक गर्वपूर्ण पल है, जो आने वाले क्रिकेट सालों में और भी नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने का संकेत हो सकता है।