ब्यूरो प्रमुख – एन. अंसारी
गोरखपुर। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश होने के कारण नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है घाघरा, रोहिन के बाद राप्ती ने भी अब कहर बरपाना शुरू कर दिया है। एडीएम वित्त/ प्रभारी एडीएम सिटी राजेश कुमार सिंह ने बताया 50 गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित हुए हैं 36 नाव लगा दिया गया है प्रशासन व श्रमजीवी संगठनों के द्वारा गांव में राहत वितरण कराया जा रहा है कहीं किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित नहीं हुई है 86 बाढ़ चौकियों को क्रियाशील कर दिया गया है वह अपने अपने क्षेत्रों में अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में ग्रामीणों की मदद कर रहे हैं जिलाधिकारी महोदय एवं हमारे द्वारा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण कर संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं बाढ़ से धिर चुके गांव में प्रशासन बराबर नजर बनाए हुई है जिलाधिकारी महोदय ने सभी एसडीएम व तहसीलदार को निर्देशित किया है कि वह अपने अपने क्षेत्रों में बाढ़ ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण करते रहें किसी भी गांव में किसी भी ग्रामीण को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए जहां जो भी सुविधाएं ग्रामीणों द्वारा मांगी जाती हैं उसे तत्काल पहुंचाई जाए। जनपद में उपलब्ध 86 बाढ़ चौकियां सदैव क्रियाशील रहे।
राप्ती नदी तट पर गुरु गोरखनाथ घाट और बैकुंठ धाम पानी में डूब गया है। शहर के निचले इलाके में भी पानी इतना बढ़ गया है कि लोगों के घर डूब गए हैं। वहीं शहर के पश्चिमी छोर पर राप्ती नदी के पूरब का बहरामपुर मोहल्ले के कई टोला पानी में पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। यहां लोगों राशन-पानी लाने के लिए भी नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं, जीवन यापन के लिए लोग छतों पर रह रहे हैं।