ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी
- 20 अगस्त को कानपुर से अमेठी घर के लिए निकला था युवक
- घर ना पहुँचने पर परिवार ने थाने में दर्ज कराई गुमशुदगी
अमेठी। जनपद के अमेठी थाना क्षेत्र के मोचवा गाँव निवासी रामभवन यादव 20 अगस्त को कानपुर से रात 9 बजे अपने घर मोचवा, अमेठी के लिए निकले थे।
लेकिन 21 अगस्त की सुबह जब वह घर नहीं पहुँचे तो घर वालों ने उन्हें ढूंढना शुरू किया। कोई भी सुराग ना मिलने पर परिजनों ने कानपुर के बादशाही नाका थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराई थी लापता युवक राम भवन का मोबाइल नम्बर 20 अगस्त से ही बंद आ रहा था। परिजन किसी अनहोनी की आशंका से सशंकित थे और आखिरकार हुआ भी वही। 26 अगस्त की शाम राम भवन की तलाश कर रहे परिजनों को रेलवे पुलिस से मालुम चला कि एक व्यक्ति मृत अवस्था मे कानपुर से इटावा ट्रैक मार्ग पट गोविंदपुर हाल्ट पर 21 अगस्त को सुबह मिला था। जब फ़ोटो से पहचान की गई तो वह मृत शरीर राम भवन का निकला। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। गाँव और रिश्तेदारों में मातम का माहौल है। आखिर कौन कर सकता है राम भवन की हत्या?
परिवार वाले बताते हैं की उनके लड़के की किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी।
दरअसल, परिस्थिति जन्य साक्ष्यों पर अगर गौर करें तो पता चलता है कि राम भवन की हत्या निर्मम तरीक़े से किया गया। क्योंकि उनके सिर पर किसी भारी लोहे के रॉड से चोट लगी हुई थी और दोनों हांथों पर चाकू के वार साफ दिखाई दे रहे थे। ऊपर और बीच की शर्ट की बटन भी टूटी हुई थी जो मृत्यु से पहले छीना-झपटी अथवा बचाव के लिए प्रयास की ओर इशारा करता है। मृत अवस्था मे शरीर जो कि रेलवे ट्रैक पर पडा था उसे किसी भी ट्रेन ने कुचला नहीं था यानी ट्रैक पर हत्या के बाद रखा गया था जिससे हत्या को दुर्घटना में बदला जा सके। फिलहाल, पुलिस विवेचना में और भी तथ्य सामने आएंगे। अब परिजन न्याय के लिए गुमशुदगी को हत्या के मामले में तरमीम कराने की कोशिश कर रहे हैं।