ब्यूरो प्रमुख – एन. अंसारी
*महराजगंज*: रोहिणी नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण नौतनवा तहसील के कई गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए है और लोगो में डर का महौल व्याप्त है। आज जिला प्रशासन की सूचना पर जिले में बाढ़ के दौरान राहत बचाव के लिए तैनात इंस्पेक्टर डी. पी. चंद्रा के नेतृत्व में एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम ने बाढ़ की पानी से घिरे ग्राम नवाबी घाट एवं मठिया इंदु में बिना देरी किये रेस्कू ऑपरेशन प्रारम्भ कर दिया।
यहां बता दें कि, इस अभियान में किसी भी तरह की जान व माल की हानि के बिना सभी फंसे लोगो को सुरक्षित निकाला जा रहा है। अभी तक की मिली सुचना के अनुसार एनडीआरएफ की टीम ने सकुशल तरीके से 39 लोगों को सुरक्षित बहार निकाल लिया है। जिसमें 18 पुरुष, 12 महिलाएं एवं 9 बच्चे शामिल है । मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने भी बचाव अभियान में अपना योगदान दिया. प्रशासन की चुस्ती और एनडीआरएफ की त्वरित कार्यवाही के कारण लोगों को सुरक्षित निकाल जा रहा है। जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों द्वारा एनडीआरएफ के इस साहसिक कार्य की खूब प्रशंसा की जा रही है। बताते चलें कि लगातार बारिश एवं नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण जिला प्रशासन महाराजगंज की पहल पर जिले में बाढ़ से निपटने के लिए रविवार को 11एनडीआरएफ के क्षेत्रीय प्रत्युत्तर केंद्र गोरखपुर से 30 सदस्यी टीम जिले में पहुंच गयी है । टीम में तैनात सभी जवानों को कोविड-19 के कारण विशेष ट्रेनिंग दी गई है ताकि जवान खुद को सुरक्षित रखते हुए बाढ़ प्रभावित गांव गांव में लोगों तक राहत पहुंचा सके। टीम अत्याधुनिक बाढ़ बचाव उपकरण, कटिंग टूल्स और उपकरण, संचार उपकरण, मेडिकल फर्स्ट रिस्पॉन्डर किट, डीप डाइविंग सेट, इनफ्लैटेबल लाइटिंग टावर आदि से लैस है। इस्पेक्टर डी. पी. चंद्रा ने बताया कि नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिले जैसे गोरखपुर, बलिया , सिद्धार्थनगर , आदि जिले बाढ़ से प्रभावित हुए है। उसी को ध्यान में रखते हुए महाराजगंज में एक टीम तैनात की गई है। आज सुबह जिला प्रशासन के द्वारा खबर दिया गया की नौतनवा तहसील के दो गांव नवाबी घाट व मठिया इंदु में पानी का जलस्तर बढ़ने के कारण पानी घरों में घुस गया है और वहां के लोगों को बाहर निकालने की जरूरत है। जिसके आधार पर एनडीआरएफ की टीम यहां पहुंची है और सुबह से ही रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है I इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उप जिला अधिकारी नौतनवा राम सजीवन मौर्य व तहसीलदार रामअनुज त्रिपाठी उपस्थित थे। एनडीआरएफ टीम में मुख्य रूप से सहायक उपनिरीक्षक संचार बसंत विश्वकर्मा, सहायक उपनिरीक्षक शैलनाथ राय, मुख्य आरक्षी संजय सिंह, जितेंद्र यादव, एवं सभी रेस्क्यूवर्स उपस्थित थे।