सचिवालय कर्मी की वाईक रेलवे स्टेशन से गायब शातिर अपराधियों ने की मारपीट।

अमेठी

ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी

अमेठी। उत्तर प्रदेश सचिवालय के कर्मी उदय राज यादव मंगलवार को प्रतापगढ़ कानपुर इन्टर सिटी एक्सप्रेस ट्रेन से अमेठी से लखनऊ जाने के लिए टिकट की लाईन में लगे। अपनी बाहर खड़ी बाईक यूपी जे 3005 पर टक टकी लगाये रहे। तभी दो अज्ञात लोगों ने बाईक में मास्टर चाभी लगाईं। तभी उदय राज यादव टिकट की लाईन से बाहर बाईक की तरफ दौडे। शतिरो के पीछे दौडे। ज्यो बाईक पकड़ना चाहा। तीन अज्ञात शातिर लोगों ने सचिवालय कर्मी से मार पीट करने लगे। और पीछे रखी पर्स भी छीन ली। बाईक चोर उठा ले गए। बिरोध करने पर मारपीट करने वाले शातिर लोगों ने पिस्टल और डाइबिंंग लाईसेंस यस बी आई का एटीएम पैन कार्ड के साथ ही साथ इनकी माता केवला देबी के आधार कार्ड पर्स सहित छीन कर चोर भागने में कामयाब रहे। रेलवे सुरक्षा बल चौकी रेलवे स्टेशन अमेठी राजकीय रेलवे पुलिस थाना प्रतापगढ़ थाना कोतवाली अमेठी पुलिस अधीक्षक अमेठी से शिकायत की। लेकिन अभी तक मामले की प्राथमिकी दर्ज पुलिस ने दर्ज नहीं की। रेलवे स्टेशन पुलिस सिक्यूरिटी जोन में चोरी की वारदात होना अमेठी के लिए आम बात नहीं। पुलिस की 108 मोबाइल वाहन का ठहराव अक्सर बना रहता है। थाना कोतवाली पुलिस भी रात्रि गश्त का दावा करती है। जब उत्तर प्रदेश सचिवालय के कर्मी उदय राज यादव सुरक्षित नहीं है। तो आम आदमी की सुरक्षा अमेठी पुलिस के भरोसे कैसे सम्भव है। रेलवे परिसर में शतिरो का पडाव है। जिन पर नेताओं और प्रशासन के अधिकारियों की मेहरबानी हैं। उनके काम सदैव सुर्खियों में है। लेकिन मीडिया उन पर नजर नहीं डालती। केंद्र और प्रदेश सरकार की खुफिया एजेंसियों को ऐसी वारदात से सबक लेना चाहिए। फर्जी एल आई यू इंस्पेक्टर भी रेलवे परिसर से गिरफ्तार किया गया। लेकिन खुफिया एजेंसियों भी बिस्वास पर खरी नहीं है। अमेठी की छबि दुनिया में सरकार बचा पाने में फेल हैं। उदय राज यादव पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निजी छायाकार भी रहे।इन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मामले की जांच और घटना के खुलासे तथा दोषी पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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