ब्यूरो प्रमुख – एन. अंसारी, गोरखपुर
एसपी दक्षिणी अरूण कुमार सिंह ने कहा कि संगीन धाराओं में दर्ज मुकदमों में बिना आरोपित के गिरफ्तारी के चार्जशीट न लगाई जाय। अगर आप आरोपित के बिना गिरफ्तारी के फाइनल चार्जशीट लगाते हैं तो आपकी निष्ठा पर सवाल खड़ा होना लाजिमी है।
वे बुधवार को थाना परिसर में आयोजित चौपाल में उपस्थित लोगों के बीच अपने मातहतों को समझा रहे थे। उन्होंने यह बात तब कही जब परसिया गांव के ग्राम प्रधान विनोद गुप्ता ने अपना प्रार्थना पत्र देकर कहा कि मुझे किथ लोगों ने बुरी तरह मारापीटा। उनके खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हुआ लेकिन पुलिस ने आरोपितों के बिना गिरफ्तारी के ही फाइनल चार्जशीट दाखिल कर रही है और मेरे भी खिलाफ एससीएसटी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। उन्होंने तत्काल सीओ अंजनी कुमार पांडेय से बात कक चार्जशीट को रोकवा दिया और आरोपितों के गिरफ्तारी का आदेश दिया। सेमरी गांव के विश्वजीत तिवारी की पत्नी कुसुम ने प्रार्थना पत्र देकर कहा कि बीते 9 जुलाई को मेरा बेटा शांति सौरभ तिवारी के गोला पक्का घाट पर डूबने की खबर आई। उसका शव अगले दिन शिवपुर घाट पर मिला था। बाद में पता चला कि गांव के ही आधा दर्जन लोगों ने मेरे पुत्र की हत्या के बाद शव को सरयू नदी में फेका था। जिस पर उन्होंने कहा कि पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही कार्य करती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार कार्यवाही होगी। इस दौरान विभिन्न गांवों से आए आधा दर्जन लोगों ने फरियाद रखी। जिसे उन्होंने हल्का दारोगा को सौंपा और न्यायालय में लंबित मामलों में हस्तक्षेप करने से रोका। कोतवाल धर्मेंद्र कुमार, आलोक राय, शैलेंद्र शुक्ल, रंजीत तिवारी, दिनेश चौधरी, धर्मवीर सिंह, जयराम यादव आदि उपस्थित रहे।