ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी
अमेठी । आज कई दिनों से समाचार पत्रो,व विद्युत विभाग के ग्रुप पर एक ख़बर ज़ोर शोर से प्रकाशित की जा रही है कि कोयले की कमी हो जाने के कारण कई पावर प्लांट बन्द हो गए हैं और जो चल रहे हैं उनके पास भी कुछ ही दिनों का कोयले का स्टॉक बचा है,इस कारण से ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत कटौती की जा रही है,अब इनसे कौन पूछे कि कोयले की कमी का जिम्मेदार कौन होगा,उपभोक्ता या विभाग?उपभोक्ता तो आपको बिल देता है उसे सिर्फ बिजली चाहिए, कोयले का इंतज़ाम तो विभाग करे।सरकार को ज़िम्मेदार इसलिये नही कहा जा सकता कि सरकार के कई विभाग तो खुद विद्युत उपभोक्ता हैं और विद्युत विभाग को बिल अदा करते हैं।इसलिये विद्युत विभाग को उक्त समस्या का समाधान स्वयं निकालकर उपभोक्तओं को विद्युत आपूर्ति प्रदान करने का प्रयास करना चाहिये।अगर कोई यात्री ट्रेन या बस का टिकट खरीद चुका है,तो उसमें ईंधन खत्म होने का जिम्मेदार सम्बंधित विभाग होगा या यात्री अथवा सरकार?