ब्यूरो प्रमुख – एन. अंसारी, गोरखपुर
बाँसगांव – गोरखपुर। आदर्श रामलीला प्रचार समिति भस्मा के तत्वावधान में चल रहे रामलीला के मेला मंच पर राम सुग्रीव मित्रता, मेघनाद, रावण वध का मंचन एवम विशाल मेला मा आयोजन किया गया।
यहां के मंचन में दिखाया गया कि अहिरावण अपने पिता को कहता है कि आपने एक पराई स्त्री के लिए कुंभकर्ण व मेघनाद जैसे महायोद्धा कुर्बान कर दिए और अब मेरे पास आए हो, लेकिन वह बेटा किस काम का जो मुसीबत के समय काम न आए। इसलिए मैं युद्ध में जरूर जाऊंगा और श्रीराम के हाथों मारे जाने से अच्छी बात मेरे लिए और क्या होगी। अहिरावण युद्ध में जाता है और मायावी शक्ति से श्रीराम व लक्ष्मण का अपरहण कर पाताल में ले आता है। हनुमान अहिरावण का वध करके राम लक्ष्मण को छुड़ाकर ले आता है। फिर रावण अपने बेटे नारांतक को युद्ध में भेजता है। सुग्रीव का बेटा दधिबल उसे मार देता है। रावण अपने आप युद्ध की कमान संभालते है और श्रीराम व रावण में भयंकर युद्ध होता है। जब बहुत देर तक रावण हार नहीं मानता तो श्रीराम विभीषण से कहते है कि क्या कारण है कि रावण मर नहीं रहा। तब विभीषण राम को बताते है कि आप इसकी नाभि में 32 तीर इकट्ठे मारिए, तब इसकी मौत होगी। श्रीराम ऐसा ही करते है और रावण के वध के साथ ही पंडाल जय श्रीराम के नारे गूंज उठा।
इस दौरान धराधाम इंटरनेशनल के प्रमुख सौहार्द शिरोमणि डॉ. सौरभ पाण्डेय, रामलीला के प्रबन्धक रजनीश पाण्डेय, गिरिजेश पाण्डेय, साधू शरण पाण्डेय, फणीश पाण्डेय, प्रहलाद पाण्डेय, अमित पाण्डेय, दीपक पाण्डेय, गुरु , पंकज पाण्डेय, निहाल पांडेय, शिवेश त्रिपाठी, समीर पाण्डेय, पुनीत पांडेय, सिद्धार्थ पांडेय,आनंद पाण्डेय, किरन पाण्डेय सोमनाथ पाण्डेय, बजरंगी सहाय पाण्डेय, बिपिन पाण्डेय, सर्वानंद पाण्डेय, सुमन्त तिवारी आदि ने अपने शानदार अभिनय से लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया साथ ही साथ गोविन्द पाण्डेय, पंकज पाण्डेय, धीरेंद्र पाण्डेय, गुलाब पाण्डेय, अनिल पाण्डेय, गौतम पाण्डेय, सुरेंद्र पाण्डेय संजीत पाण्डेय, टिंकू पाण्डेय, डॉ. संजय पाण्डेय आदि लोगो का सराहनीय योगदान रहा।