अहम सवाल – अवैध मिट्टी खनन माफियाओं पर करवाई कब .
गोरखपुर खजनी/-प्रदेश सरकार एक तरफ मिट्टी खनन पर अंकुश लगाने के लिए हर दिन नए नए कानून बनाकर खनन रोकने का प्रयास कर रही है लेकिन योगी सरकार कितने भी नियम कानून क्यों न बना ले इस तरह के कानून माफियाओं के लिए कोई मायने नहीं रखता।खनन विभाग के अधिकारियों तथा स्थानीय पुलिस प्रशासन के मिली-भगत से मिट्टी का अवैध खनन जोरों पर चल रहा है जेसीबी मालिक व ड्राइवर नियम कानून को ताक पर रखकर मिट्टी की खुदाई कर रहे हैं। तहसील खजनी अन्तर्गत थाने से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर अकटहवा बाबा (सिंह मैरेज हाल के पिछे) काफी समय से खुदाई हो रही है वहीं मथौली,उसवा,रामपुरवा, चिलौना,टिकरियानाथ सिंह गांव में इस समय अवैध खनन का कार्य जोरों से संचालित हो रहा है।मिट्टी की खुदाई होने से आसपास के खेतों को काफी नुकसान हो रहा है और प्रदूषण से रास्ते पर चलना दुभर हो गया है
खनन का नियम यह है कि दो मीटर गहराई सहित प्रदूषण और रायल्टी भरते समय गाता संख्या दर्शाना आवश्यक होता है लेकिन यहां ऐसा कुछ नही दिखता प्रतीत हो रहा है वहीं पड़ोसी के खेत से एक मीटर चौड़ाई रखने का भी नियम है लेकिन विभागीय अधिकारियों तथा पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से शासन के नियम का खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है वानगी के तौर ग्राम उसवा गांव देखा जा सकता है जहां अभी भी मिट्टी काटने का कार्य अनवरत जारी है।अवैध खनन से चांदी काट रहे माफिया देहात क्षेत्र में मिट्टी के अवैध खनन का काला कारोबार जोरों पर है खजनी तहसील क्षेत्र में इन दिनों खनन माफियाओं के हौसले बुलंद होते नजर आ रहे हैं बेखौफ होकर माफिया अवैध रूप से मिट्टी के अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं पहले तो ये खेल रात को होता था लेकिन अब साठ-गांठ से दिनों रात ये काम चालू हैं खनन माफियाओं का हौसले इस कदर बुलंद है कि जब जी करे जेसीबी डंपर और ट्रैक्टर ट्राली लेकर खनन करने को निकल पड़ते हैं। पहले रात में लेकिन अब दिन-रात चलने वाले इस कारोबार से खनन माफिया जमकर चांदी काट रहे हैं दिन हो या रात खुलेआम खनन माफिया द्वारा खनन किया जा रहा है लेकिन प्रशासन की चुप्पी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अवैध खनन पर पूर्ण रूप से रोक लगा रखा है लेकिन यह निर्देश शायद पुलिस प्रशासन तक नहीं पहुंच पा रहा है,सरकार ने अवैध मिट्टी खनन पर सख्ती से रोक लगा दी थी अंजाम यह हुआ कि कुछ दिनों तक अवैध खनन माफिया भूमिगत हो गए थे और उनके वाहन घरों में खड़े होकर शोभा बढ़ाने लगे थे अवैध मिट्टी खनन कर ट्रैक्टर ट्रालियों के माध्यम से शहर और गांव में मिट्टी की सप्लाई की जाती है।जानकारी होने के बाद भी पुलिस और तहसील प्रशासन के साथ साथ खनन विभाग मूकदर्शक बनकर तमाशा देखते रहते है नाम न छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस व खनन विभाग के लोग खनन माफियाओं से रकम वसूल कर लेते हैं और खनन माफिया बेरोकटोक अपने कार्य को अंजाम देते रहते हैं। वही इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक इकरार अहमद व जिला खनन अधिकारी जितेंद्र शर्मा से संपर्क करने की कोशिश की गई तो फ़ोन नही उठा ।