अमेठी। 14 सितम्बर, रणवीर रणंजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अमेठी में हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी विभाग के सौजन्य से गोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि बिहार के पूर्व गृह सचिव एवं साहित्यकार जिया लाल आर्य ने कहा कि हमारी हिन्दी में अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। शिक्षक एवं छात्रों के बीच कोई दीवार नहीं होनी चाहिए। हिन्दी के प्रचार-प्रसार में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकता है।महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रेम कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हिंदी को सशक्त बनाने के लिए उसको आम जीवन एवं कार्यव्यवहार की भाषा बनानी होगी। हमें इसका अधिक से प्रयोग करना चाहिए।सभी का स्वागत करते हुए हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुरेंद्र प्रताप यादव ने कहा कि अंग्रेजी एक साम्राज्यवादी भाषा है, इससे मुक्ति जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन डॉ दिलिप कुमार सिंह ने किया तथा आभार रेणुका सरोज ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में डॉ लाजो पांडेय, डॉ धनन्जय सिंह, डॉ रामसुन्दर यादव, डॉ राधेश्याम तिवारी, डॉ विवेक कुमार सिंह, डॉ सुनील दत्त सिंह, डॉ रीना त्रिवेदी, डॉ एम पी त्रिपाठी, डॉ आशुतोष श्रीवास्तव, डॉ शिप्रा सिंह आदि शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
