ब्यूरो रिपोर्ट – प्रेम कुमार शुक्ल, अमेठी
यातायात ब्यवस्था राम भरोसे पुलिस कोतवाली में नजर बंद
अमेठी। उत्तर प्रदेश में सिबिल सर्विस के लिए अब टेड परीक्षा पास करनी होगी। इसके लिए प्रदेश के साथ ही साथ सभी जिलों में टेड परीक्षा के सेन्टर बनाये गये। परीक्षा में शामिल होने के पहले और बाद में परीक्षार्थी की भीड़ से शहर पूरा जाम में फंस गया। इस दौरान पुलिस कही नजर नहीं आयी।
मंगलवार को बाजार बंद होने के बावजूद शहर की मुख्य सड़कों पर चार पहिया वाहन जगह खड़े रहे। जिससे जाम से लोग परेशान रहे। पुलिस थाना कोतवाली में नजर आयी। टेड परीक्षा के बाद परीक्षार्थी अमेठी की सडक पर निकले तो प्रतापगढ़ रोड धम्मौर रोड गौरीगंज रोड मुंशीगंज रोड दुर्गापुर रोड पर भीड से अग्नि परीक्षा देते युवा नजर आए।
सिबिल परीक्षा में शामिल होने के पहले टेड परीक्षा पास करनी जरूरी है। लेकिन जाम ने सर्विस पहले ही प्रदेश की गिरती कानून ब्यवस्था से युवा पीढ़ी को रूबरू करा दिया। अमेठी में भारी-भरकम भीड के रोडवेज की बस पर्याप्त नहीं रही। परीक्षार्थियों ने बाईक या तो डग्गामार वाहनों का सहारा लिया। इन अव्यवस्थाओं को देख युवा राकेश कुमार प्रबीण कुमार मिश्र देवेन्द्र कुमार मिश्र जय प्रकाश मिश्र मनोज कुमार मौर्य आदि ने बताया कि सरकारी नौकरी पाने के बाद लोग भूल जाते हैं। और नौकरशाहों को सत्ता के नेताओं के दबाव में आकर काम करते हैं। जिसकी वजह से भीड से अग्नि परीक्षा हो रही है। लेकिन अब बदलाव की जरूरत है। कानून सख्त होना जरूरी है।
यातायात पुलिस का कहना है कि स्थानीय पुलिस शिथिलता बरत रही है। उसे ऐसे मौके पर नागरिकों की सुरक्षा करनी चाहिए। पटरी और गुमटी की दुकान और ठेलों से यातायात व्यवस्था गड़बड़ी होतीं। प्रशासन के फरमान जारी है। लेकिन पालन नहीं होता है। जबकि उप जिलाधिकारी का कहना है कि सड़क मार्ग से अतिक्रमण हटाने के लिए शीघ्र कार्यवाही की जाएगी। जाम से लोग परेशान हैं। शिकायत लोगों की निरन्तर मिल रही है। प्रशासन से सहमति के बाद जाम पर नकेल कसने के लिए तैयारी की जायेगी