संवाददाता-बी.पी.मिश्र,गोरखपुर
गोरखपुर 13 अक्टूबर 2021सीआरसी गोरखपुर ने आत्महत्या रोकथाम एवं मानसिक स्वास्थ विषय पर ई-परामर्श श्रृंखला 145 का आयोजन किया। आज की प्रमुख वक्ता डॉ वर्तिका सिंह, मनोरोग चिकित्सक, प्रयागराज ने आत्महत्या के सांकेतिक लक्षण, कारण तथा निवारण पर चर्चा करते हुए कहा कि जब भी व्यक्ति में इस तरीके के विचार आएं तो उन्हें सकारात्मक गतिविधियों में लगना चाहिए। कार्यक्रम के अन्य वक्ता डॉ दशरथ चौधरी, विभागाध्यक्ष, पुनर्वास मनोविज्ञान विभाग, राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, सिकंदराबाद ने कहा कि व्यक्ति को अपनीपरिस्थितियों से तालमेल बैठाते हुए जीवन शैली का चयन करना चाहिए ताकि उसे आत्महत्या जैसे कठिन कारण से ना गुजरना पड़े। यहां तक कि जीवन के अंतिम पड़ाव पर सभी व्यक्ति एक जैसे हो जाते हैं सबको इस तथ्य को समझने की जरूरत है। कार्यक्रम में लगभग 100 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के निदेशक डॉ हिमांग्शु दास के निर्देशन में संपन्न हुआ। सीआरसी गोरखपुर के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर श्री रवि कुमार ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के प्रति शुभकामना व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन राजेश कुमार, सहायक प्राध्यापक, नैदानिक मनोविज्ञान विभाग, सीआरसी गोरखपुर ने किया तथा प्रश्नोत्तर काल का संचालन श्री संजय प्रताप सिंह किया। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के पुनर्वास अधिकारी, राजेश कुमार यादव तथाव्यवसायिक अनुदेशक श्रीमती संध्या सिंह भी उपस्थित रही।