ब्यूरो रिपोर्ट- प्रेम कुमार शुक्ल,अमेठी
- महर्षि वाल्मीकि जयन्ती के अवसर पर मन्दिरों में आयोजित हुआ रामायण पाठ/भजन ।
- कोविड-19 प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए हर्षोल्लास के साथ जनपद में मनाई गई महर्षि वल्मीकि जयन्ती, आयोजित हुए विविध कार्यक्रम।
अमेठी | शासन के निर्देशानुसार आदि काव्य रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकी जी की जयन्ती जनपद में भव्य रूप में मनाई गई। इस अवसर जनपद में कई आयोजन किये गए। श्रीराम, हनुमान जी के मंदिरों में दीप प्रज्ज्वलन तथा माल्यार्पण के साथ ही रामायण का पाठ हुआ। जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार ने बताया कि महर्षि बाल्मीकि विश्व के आदि कवि थे उन्होंने विश्व प्रसिद्ध कालजई कृति रामायण महाकाव्य की रचना श्री राम के जीवन काल में की जो विश्व के आदि ग्रंथ के रूप में आज भी पूज्यनीय है। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण सामाजिक मूल्यों, मानव मूल्यों एवं राष्ट्र मूल्यों की स्थापना का आदर्श है। जिलाधिकारी ने कहा कि बाल्मीकि रामायण में निहित मानव मूल्यों, सामाजिक मूल्यों व राष्ट्र मूल्यों के व्यापक प्रचार- प्रसार व जन सामान्य को इससे जोड़ने के लिए महर्षि वाल्मीकि, श्री राम, हनुमान जी से संबंधित मंदिरों पर दीप प्रज्वलन, दीपदान के साथ साथ अनवरत 8 घंटे,12 घंटे, 24 घंटे का वाल्मीकि रामायण का पाठ कराया गया है, उन्होंने बताया कि जनपद में हनुमान मंदिर उल्टा गढ़ा माफी, श्री राम जानकी मंदिर सब्जी मंडी मुसाफिरखाना, श्री राम मंदिर इंडोगल्फ, हनुमानगढ़ी रामगंज, भरतगंज थाना पीपरपुर, देवीपाटन मंदिर कस्बा अमेठी, हनुमानगढ़ी तिलोई सहित अन्य मंदिरों में बाल्मीकि रामायण का पाठ कराया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के चयनित मंदिरों पर नोडल अधिकारियों को नामित कर ड्यूटी लगाई गई है तथा जनपद के प्रत्येक तहसीलों में चयनित मंदिरों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।