संवाददाता- बी.पी.मिश्र, गोरखपुर
गोरखपुर। सी.आर.सी. ने 82वीं ई-परामर्ष श्रंृखला का आयोजन किया। कोविड के साथ समायोजन में मनोवैज्ञानिक सहयोग की भूमिका विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में की-नोट स्पीकर के रुप में बात करते हुए एन आई ई पी वी डी, रीजनल सेंटर, भुनेश्वर, के विशेष शिक्षा विभाग के सहायक प्राध्यापक, डॉ प्रेमानंद मिश्रा ने कहा कि इस महामारी के दौरान दिव्यांग जन सबसे ज्यादा खतरे में हैं तथा उनको विशेष देखभाल तथा मनोवैज्ञानिक सहयोग की की आवश्यकता है। आज के मुख्य वक्ता एन आई ई पी आई डी, क्षेत्रीय केन्द्र प्रभारी, दशरथ चौधरी ने कहा कि आज की इस महामारी ने हमारे सामाजिक ढांचे को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया है जिसमे हम लोग अपनो से दूर हुए है। यहां तक कि हमे बचाव में अपना मुंह छिपाना पड रहा है। आज की आवश्यकता है कि मीडिया या तो सकारात्मक कवरेज करे या तो हम लोग सीमित कवरेज देखें। हमे घर पर रह कर योगा और सकारात्मक काम में लगना है।
यह वेविनार श्रृंखला राश्ट्रीय दृश्टि दिव्यांगजन सषक्तीकरण संस्थान के निदेषक डाॅ0 हिमांग्षुदास के निर्देषन में सम्पन्न हो रही है। सी.आर.सी. गोरखपुर के रेजिडेन्ट कोर्डिनेटर रवि कुमार ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि कोविड के अनुरूप व्यहवार करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सीआरसी गोरखपुर के नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक, राजेश कुमार ने कहा कि आज हमे कम से कम सम्पर्क में जाना है तथा अपनी मनोवैज्ञानिक समस्याओं के समाधान के मानसिक स्वास्थय पुनर्वास हेल्पलाइन किरण 18005990019 का सहारा लेना है।
कार्यक्रम में संयुक्त सह- समन्वयक राजेश कुमार यादव, नागेन्द्र पाण्डेय तथा रोबिन ने कार्यक्रम में अपना सहयोग दिया।
इस कार्यक्रम में आॅन लाइन माध्यम से 100 से ज्यादा लोगों ने प्रतिभाग किया।