मुंबई में साइबर अपराधों में बढ़ोतरी: निवेश और नौकरी धोखाधड़ी के मामलों में तेज़ी

मुंबई में साइबर अपराधों में बढ़ोतरी: निवेश और नौकरी धोखाधड़ी के मामलों में तेज़ी

मुंबई में साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 के पहले तीन महीनों में विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध जैसे फ़िशिंग, स्पूफिंग, नौकरी धोखाधड़ी, निवेश धोखाधड़ी और क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि देखी गई है।

जनवरी से मार्च 2024 के बीच कुल 1333 साइबर अपराध के मामले दर्ज किए गए, जबकि 2023 में यह संख्या 1205 थी। इसमें से 220 मामलों का पता लगाया गया है और 290 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। धोखाधड़ी से जुड़े साइबर अपराधों की संख्या 2023 में 606 से बढ़कर 2024 में 801 हो गई है। इनमें से सबसे ज़्यादा मामले निवेश धोखाधड़ी (170) के हैं, इसके बाद नौकरी धोखाधड़ी (158) और ऑनलाइन खरीद धोखाधड़ी (28) आते हैं।

कुछ साइबर अपराधों में गिरावट भी देखी गई है, जैसे कि ईमेल, एसएमएस, एमएमएस में अश्लीलता, फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल, और क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी। साइबर सेल ने साइबर अपराधों से निपटने के लिए फरवरी 2024 में एक विशेष परियोजना 'साइबर शील्ड' शुरू की थी, जिसमें 190 अधिकारियों को रैंसमवेयर और क्रिप्टो अपराधों से निपटने का प्रशिक्षण दिया गया।

मुंबई के 13 क्षेत्रों में साइबर अपराध रिपोर्टिंग सेल स्थापित किए गए हैं। 1930 हेल्पलाइन के माध्यम से धोखाधड़ी रोकने के प्रयासों के कारण अब तक 25 करोड़ रुपये तक की राशि को धोखाधड़ी से बचाया गया है। साइबर अपराधों का पता लगाने की दर भी 2022 में 11% से बढ़कर 2023 में 24% हो गई है। पुलिस के अधिकारी और अधिकारीगण इस प्रवृत्ति को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न कदम उठा रहे हैं।