प्रधानमंत्री: महिलाएं वायुसेना समेत हर क्षेत्र में नारी शक्ति का अद्वितीय प्रदर्शन कर रहीं

प्रधानमंत्री: महिलाएं वायुसेना समेत हर क्षेत्र में नारी शक्ति का अद्वितीय प्रदर्शन कर रहीं

78वां स्वतंत्रता दिवस: प्रधानमंत्री मोदी का लाल किले से राष्ट्र को संबोधन और नारी शक्ति का गौरवगान

ई दिल्ली, 15 अगस्त 2024। ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर राष्ट्र का नेतृत्व करते हुए ध्वजारोहण किया और देशवासियों को संबोधित किया। इस समारोह में देश भर से आए हजारों क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बने।

अपने प्रेरणादायक संबोधन में प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति की अद्वितीय उपलब्धियों का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "महिलाएं वायुसेना से लेकर समाज के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रदर्शन कर अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उनकी उपलब्धियां नारी शक्ति के सामर्थ्य और भावना का प्रमाण हैं। जैसे-जैसे हम प्रगति के मार्ग पर बढ़ रहे हैं, हमें महिलाओं के उल्लेखनीय योगदान का सम्मान और समर्थन जारी रखना चाहिए।"

प्रधानमंत्री ने महिलाओं के लिए मातृत्व अवकाश को 12 सप्ताह से बढ़ाकर 26 सप्ताह करने के फैसले को सरकार की संवेदनशीलता का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य है कि एक मां की अपने बच्चे को उत्कृष्ट नागरिक बनाने की क्षमता में कोई बाधा न आए। पिछले 10 वर्षों में 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हुई हैं, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है।" उन्होंने यह भी बताया कि देश भर में स्वयं सहायता समूहों को अब तक 9 लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि आवंटित की जा चुकी है।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने भी देश की प्रगति में महिलाओं के अविश्वसनीय योगदान का सम्मान किया। उन्होंने कहा, "स्वतंत्रता दिवस केवल हमारी आजादी का उत्सव नहीं, बल्कि नारी शक्ति के अडिग समर्पण और सहनशक्ति का भी सम्मान है। हमें 'विकसित भारत' के सपने को साकार करने के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण जारी रखना चाहिए।"

इस वर्ष, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MWCD) को लाल किले में स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए 161 विशेष महिला अतिथियों की मेजबानी का गौरव प्राप्त हुआ, जिनमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, वन-स्टॉप सेंटर के कर्मचारी, और महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाले विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे। इन अतिथियों को संसद भवन और प्रधानमंत्री संग्रहालय जैसे प्रतिष्ठित स्थलों का दौरा कराया गया और उन्हें स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा बनने का अवसर मिला।

यह स्वतंत्रता दिवस समारोह न केवल भारत की आजादी का जश्न था, बल्कि उन नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का भी अवसर था, जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति में अपना अनमोल योगदान दिया है। यह दिन सामूहिक उपलब्धियों का सम्मान करने और भविष्य की ओर आशा भरी दृष्टि से देखने का प्रतीक बन गया।