नगर पंचायत घोसी में हुआ खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण: व्यापारियों को दिया गया जागरूकता का संदेश
मऊ जनपद के नगर पंचायत घोसी में आज का दिन विशेष रूप से व्यापारियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा। नगर पंचायत कार्यालय में नगर पंचायत अध्यक्ष मुन्ना प्रसाद गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमित कुमार राणा द्वारा फ़ास्ट टैग ट्रेनिंग कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नगर के रेस्टोरेंट और मिठाई विक्रेताओं (कैंटीन संचालकों) को खाद्य सुरक्षा के मानकों और प्रक्रियाओं के प्रति जागरूक करना था, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ प्राप्त हो सकें।
कार्यक्रम में लगभग 50 से अधिक स्थानीय व्यापारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो अपने व्यवसाय के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी को प्रकट करता है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमित कुमार राणा ने इस अवसर पर व्यापारियों को यह समझाया कि किस प्रकार से वे अपने प्रतिष्ठानों में खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन कर अपने ग्राहकों को सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक भोजन उपलब्ध करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि केवल उच्च गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ ही ग्राहकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकते हैं और इससे व्यापार की विश्वसनीयता भी बढ़ती है
श्री राणा ने व्यापारियों को विभिन्न तकनीकी बिंदुओं से अवगत कराया, जिसमें खाद्य सामग्री की स्वच्छता, भंडारण प्रक्रिया, तैयारी के समय साफ-सफाई और हाइजीनिक वातावरण का विशेष महत्व है। इसके अलावा, उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान व्यापारियों को आधुनिक खाद्य सुरक्षा उपकरणों और तरीकों के बारे में भी जानकारी दी, जिससे वे बेहतर तरीके से अपने प्रतिष्ठानों में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें। कार्यक्रम का एक प्रमुख बिंदु यह था कि सभी प्रशिक्षित व्यापारियों को अगले दो या तीन दिनों के भीतर एक प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा, जो उनके द्वारा प्राप्त प्रशिक्षण और सुरक्षा मानकों के अनुपालन की पुष्टि करेगा।
इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने कहा, “खाद्य सुरक्षा का मसला सिर्फ व्यापारियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह नगर के हर नागरिक के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल व्यापारियों की जिम्मेदारी को बढ़ाते हैं, बल्कि पूरे समाज को स्वच्छ और सुरक्षित खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हैं।" उन्होंने व्यापारियों की सकारात्मक सहभागिता की सराहना करते हुए कहा कि नगर पंचायत इस प्रकार के और भी कार्यक्रम आयोजित करेगी, जिससे नगर के सभी व्यापारियों को लाभ हो और समाज को सुरक्षित खाद्य सामग्री मिल सके।
व्यापारियों की प्रतिक्रियाएँ
प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले व्यापारियों ने इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा की। कई व्यापारियों ने इसे अपने व्यवसाय के लिए एक सुनहरा अवसर बताते हुए कहा कि वे अब खाद्य सुरक्षा के नए और आधुनिक मानकों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एक मिठाई विक्रेता ने कहा, "यह प्रशिक्षण हमारे लिए बेहद लाभकारी साबित होगा। हम अब यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे द्वारा विक्रय की जाने वाली मिठाइयाँ पूरी तरह से स्वच्छ और स्वास्थ्य के अनुकूल हों।"
खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमित कुमार राणा ने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में इस तरह के कार्यक्रमों की निरंतरता बनाए रखी जाएगी, ताकि हर व्यापारी खाद्य सुरक्षा के उच्चतम मानकों को समझ सके और उनका पालन कर सके। उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य सिर्फ नियमों को सिखाना नहीं, बल्कि एक स्थायी और जागरूक व्यापारिक वातावरण का निर्माण करना है, जिससे सभी नागरिक सुरक्षित और स्वच्छ भोजन का आनंद उठा सकें।"
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल एक साधारण आयोजन नहीं था, बल्कि यह नगर के व्यापारिक समुदाय और उपभोक्ताओं के बीच विश्वास और सुरक्षा का एक सेतु बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। खाद्य सुरक्षा जैसे विषयों पर जागरूकता बढ़ाकर ही हम एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज का निर्माण कर सकते हैं।