जिला स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में बच्चों ने गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर किया क्षेत्र का नाम रोशन!

नवल्स नेशनल एकेडमी दोहरीघाट के सितारे चमके!
दोहरीघाट, मऊ।
कराटे के मैदान में सफलता की नई कहानी लिखी है नवल्स नेशनल एकेडमी, दोहरीघाट के होनहार विद्यार्थियों ने। हाल ही में आयोजित जिला स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में इस संस्था के बच्चों ने अपनी प्रतिभा, अनुशासन और समर्पण के दम पर गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर क्षेत्र को गौरवान्वित कर दिया।
यह उपलब्धि केवल पदकों की नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, कठिन परिश्रम और उत्कृष्ट प्रशिक्षण का प्रतीक है।
स्वर्ण पदक विजेता
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गणेश कुमार मौर्या
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ईशु पासवान
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संस्कार गुप्ता
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अंश
इन बाल योद्धाओं ने अपनी अद्भुत ऊर्जा और आत्मबल के साथ विरोधियों को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। इनका प्रदर्शन दर्शकों के लिए प्रेरणास्पद रहा।
रजत पदक विजेता
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आराध्या कुमारी
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मोहम्मद कैफ
इन खिलाड़ियों ने अपनी तकनीक और संतुलन से मुकाबले को रोमांचक बना दिया और दूसरे स्थान पर रहते हुए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
कांस्य पदक विजेता
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अनुभव पांडे
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वंशिका पांडे
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इशिका पासवान
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अथर्व
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ध्रुव
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सूर्यांश गुप्ता
इन्होंने भी अपने अद्वितीय प्रदर्शन से यह सिद्ध कर दिया कि भविष्य में ये भी स्वर्णिम उपलब्धियों की ओर अग्रसर हैं।
प्रशिक्षण और प्रेरणा का स्रोत
इस अभूतपूर्व सफलता के पीछे हैं –
सरस्वती कोचिंग एवं कराटे ट्रेनिंग सेंटर के मार्गदर्शक,
SHITO-RYU KARATE के नेशनल रेफरी व कोच - सेंसई चंद्र प्रकाश मौर्य और
संस्थान के डायरेक्टर - आदरणीय कृष्णा सर।
इनके अथक प्रयास, अनुशासनात्मक प्रशिक्षण और सकारात्मक प्रोत्साहन ने बच्चों की प्रतिभा को सही दिशा दी।
बधाई और शुभकामनाएं
नवल्स नेशनल एकेडमी, दोहरीघाट की इस शानदार उपलब्धि के लिए समाज के हर वर्ग से बधाईयों का तांता लगा हुआ है।
सेंसई चंद्र प्रकाश मौर्य को विशेष रूप से इस शानदार मार्गदर्शन के लिए हार्दिक बधाई दी जा रही है।
भावी उम्मीदों की उड़ान
यह उपलब्धि केवल एक प्रतियोगिता की जीत नहीं, बल्कि यह संकेत है कि ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों के बच्चे भी विश्वस्तर पर भारत का नाम रोशन करने की क्षमता रखते हैं।
इन बच्चों की जीत आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है कि कड़ी मेहनत, लगन और सही दिशा मिले तो कोई भी सपना दूर नहीं।
आइए, हम सब मिलकर इन होनहार सितारों को बधाई दें और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करें।
यह जीत सिर्फ बच्चों की नहीं, पूरे समाज की है।
“जहां अभ्यास है, वहां विजय है!”