दुर्गावती हॉस्पिटल में युवती ने की आत्महत्या या कुछ और? तीसरी मंजिल पर मिला शव, पुलिस जांच में जुटी

दुर्गावती हॉस्पिटल में युवती ने की आत्महत्या या कुछ और? तीसरी मंजिल पर मिला शव, पुलिस जांच में जुटी

ब्रेकिंग न्यूज़ | गोरखपुर की बेटी की रहस्यमयी मौत:

गोरखपुर | क्राइम रिपोर्टर नरसिंह यादव | कैमरा मैन - कौस्तुभ तिवारी

गोरखपुर जनपद के बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत स्थित दुर्गावती हॉस्पिटल में शुक्रवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां अस्पताल में रसोई का कार्य करने वाली 19 वर्षीय युवती चांदनी भारती ने कथित रूप से तीसरी मंजिल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

इस हृदयविदारक घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह वाकई आत्महत्या थी या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश छिपी हुई है?


घटना का पूरा घटनाक्रम

मूलतः गोरखपुर के ही एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली चांदनी भारती, दुर्गावती हॉस्पिटल में डॉक्टर दंपति के लिए खाना बनाने का कार्य करती थी। शुक्रवार को सुबह लगभग 11 बजे वह किसी डॉक्टर के घर से खाना बनाकर लौटी और अपनी मां शोभा देवी से अस्पताल जाने की बात कहकर निकल गई।

दोपहर 12 बजे के करीब, जब हॉस्पिटल के डॉक्टर सर्वेश की पत्नी अपने बच्चे को देखने के लिए तीसरी मंजिल पर पहुंचीं, तो सामने का दृश्य देख उनके होश उड़ गए। चांदनी का शव फंदे से झूलता हुआ पाया गया। उन्होंने तुरंत अस्पताल प्रबंधन को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस को खबर दी गई।


पुलिस और फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी

सूचना मिलते ही घटनास्थल पर सीओ गोला दरवेश कुमार और कोतवाली प्रभारी चन्द्रभान सिंह पहुंचे।
पुलिस ने मृतका के मोबाइल फोन को जब्त करते हुए फॉरेंसिक टीम को बुलाया, जिसने मौके का बारीकी से मुआयना किया। फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि हर पहलु की गहराई से जांच की जा रही है, ताकि सच्चाई सामने लाई जा सके।


मां की आंखों में आंसू और सवाल

मृतका की मां शोभा देवी ने बताया कि चांदनी एक सीधी-सादी और मेहनती लड़की थी। उसका स्वभाव किसी से झगड़ने वाला नहीं था और वह परिवार की आर्थिक मदद के लिए कम उम्र में ही काम पर निकल पड़ी थी।

अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर ऐसी कौन सी वजह थी, जिसने एक 19 वर्षीय नवयुवती को इतना बड़ा कदम उठाने को मजबूर कर दिया? या फिर ये कोई गहरी साजिश का परिणाम था?


क्या है सच्चाई?

घटना कई सवाल खड़े करती है—

  • क्या चांदनी किसी मानसिक दबाव में थी?

  • क्या कार्यस्थल पर किसी ने उस पर दबाव बनाया?

  • उसके मोबाइल से क्या कुछ अहम सुराग निकल सकते हैं?

पुलिस फिलहाल आत्महत्या और हत्या दोनों ही पहलुओं से मामले की पड़ताल कर रही है।


समाज के लिए एक सवाल छोड़ गई चांदनी

चांदनी की अचानक और रहस्यमयी मौत ने न केवल उसके परिवार को तोड़ कर रख दिया है, बल्कि समाज के सामने भी एक बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है। क्या हमारे कामकाजी युवाओं की मानसिक स्थिति पर कोई ध्यान देता है? क्या हम समय रहते उनके भीतर चल रहे संघर्ष को पहचान पाते हैं?


"यह महज एक मौत नहीं, बल्कि एक चेतावनी है... समाज को, सिस्टम को और हम सभी को कि कहीं हम किसी चांदनी को अंधेरे में तो नहीं छोड़ रहे।"

बड़हलगंज की यह घटना आने वाले दिनों में गोरखपुर ही नहीं, पूरे प्रदेश में बहस का विषय बन सकती है।

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