आईएनएस टेग सेशेल्स पहुंचा: भारत-सेशेल्स के समुद्री सहयोग को मिलेगा नया आयाम

आईएनएस टेग सेशेल्स पहुंचा: भारत-सेशेल्स के समुद्री सहयोग को मिलेगा नया आयाम

प्रविष्टि तिथि: 27 जून 2025 | स्रोत: PIB Delhi

सेशेल्स, पोर्ट विक्टोरिया।
भारतीय नौसेना का स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस टेग दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी परिचालन तैनाती के तहत 26 से 30 जून 2025 के निर्धारित बंदरगाह दौरे पर सेशेल्स के पोर्ट विक्टोरिया पहुंच चुका है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और सेशेल्स के बीच समुद्री सुरक्षा सहयोग को सुदृढ़ करना और द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और मजबूत करना है।


उच्चस्तरीय बैठकें और औपचारिक संवाद

यात्रा के दौरान आईएनएस टेग के कमांडिंग ऑफिसर, सेशेल्स के वरिष्ठ सरकारी और सैन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इनमें सेशेल्स पीपुल्स डिफेंस फोर्सेज (SPDF) के चीफ ऑफ स्टाफ, रक्षा बलों के प्रमुख और भारत के उच्चायुक्त (HCI) शामिल होंगे।
बैठकों में भारतीय नौसेना और एसपीडीएफ के बीच रक्षा सहयोग और संयुक्त प्रशिक्षण जैसे मुद्दों पर औपचारिक बातचीत होगी। भारत द्वारा भेजे गए रक्षा उपकरण और पुर्जे भी इस दौरान आधिकारिक रूप से सौंपे जाएंगे।


 योग और सांस्कृतिक समरसता का संगम

भारतीय संस्कृति की झलक को साझा करने के लिए, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" के अनुरूप एक विशेष योग सत्र का आयोजन किया गया है। इसमें एसपीडीएफ के प्रतिभागी, भारतीय प्रवासी समुदाय और नौसैनिक दल हिस्सा लेंगे।

इसके अतिरिक्त, आईएनएस टेग पर एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा जिसमें सेशेल्स के गणमान्य व्यक्ति, रक्षा अधिकारी और भारतीय उच्चायुक्त उपस्थित रहेंगे।


नौसैनिक क्षमताओं का प्रदर्शन

आम जनता और विशिष्ट अतिथियों के लिए जहाज पर प्रदर्शनी और प्रवेश की व्यवस्था की गई है, जिससे लोगों को भारतीय नौसेना की भूमिका और क्षमताओं की बेहतर जानकारी मिल सके।
29 जून को सेशेल्स के 49वें राष्ट्रीय दिवस परेड में आईएनएस टेग का मार्चिंग दस्ता और नौसेना बैंड भाग लेगा। इस दौरान जहाज पर तैनात हेलीकॉप्टर फ्लाईपास्ट का प्रदर्शन भी किया जाएगा, जो भारत-सेशेल्स के मजबूत रिश्तों का प्रतीक होगा।


 EEZ निगरानी और समुद्री सुरक्षा

बंदरगाह यात्रा के समापन के बाद, आईएनएस टेग 30 जून से 2 जुलाई 2025 तक सेशेल्स तटरक्षक बल (SCG) के कर्मियों के साथ संयुक्त अनन्य आर्थिक क्षेत्र (EEZ) निगरानी अभियान में भाग लेगा।
इस पहल का उद्देश्य है:

  • वैश्विक समुद्री संसाधनों की सुरक्षा

  • अवैध, अप्रतिबंधित और अनियमित (IUU) मछली पकड़ने पर नियंत्रण

  • समुद्री कानून और सुरक्षा के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि


इस उच्चस्तरीय यात्रा के माध्यम से भारत और सेशेल्स के बीच सुरक्षा, रणनीतिक भागीदारी और सांस्कृतिक सहयोग को नया आयाम मिलेगा। यह न केवल हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सक्रिय उपस्थिति को दर्शाता है, बल्कि 'सागर' (Security and Growth for All in the Region) दृष्टिकोण की भी मजबूत अभिव्यक्ति है।

जय हिन्द – भारतीय नौसेना: समर्पित सेवा, श्रेष्ठ समुद्री सहयोग!