योगी राज में कानून व्यवस्था और कनेक्टिविटी की ऐतिहासिक मिसाल: नन्दी

योगी राज में कानून व्यवस्था और कनेक्टिविटी की ऐतिहासिक मिसाल: नन्दी

 पूर्वांचल की उड़ान, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से!
क्राईम रिपोर्टर, आज़मगढ़ | विशेष रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश अब केवल एक राज्य नहीं, बल्कि देश की विकासगाथा का नेतृत्वकर्ता बन गया है — और इसका सबसे भव्य प्रमाण आज आज़मगढ़ में गूंजा, जब औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता 'नन्दी' ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण समारोह में हिस्सा लेते हुए कहा कि,
यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि पूर्वांचल की समृद्धि और प्रगति का नया मार्ग है!

 उत्तर प्रदेश: एक्सप्रेसवे क्रांति का अगुवा

मंत्री नन्दी ने बड़े गर्व से बताया कि “पूरे देश के जितने भी एक्सप्रेसवे हैं, उनमें 50% अकेले उत्तर प्रदेश में हैं!”
बुंदेलखंड, गंगा, पूर्वांचल और अब गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे — ये सभी उत्तर प्रदेश की ‘कनेक्टिविटी क्रांति’ के चमकते सितारे हैं।

औद्योगिक रफ्तार और निवेश का भरोसा

मंत्री नन्दी ने कहा,

"वो दौर अब बीत गया जब पूर्वांचल की पहचान माफियाराज और अराजकता से होती थी। आज योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देशभर में मिसाल बनी है। माफियाराज अब इतिहास बन चुका है, और निवेश आज सुरक्षित है, संरक्षित है और सम्मानित है।"

एक्सप्रेसवे नहीं, पूर्वांचल की नई सांसें

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे —
91.352 किलोमीटर लंबा,
7283.28 करोड़ की लागत,
अत्याधुनिक तकनीक,
विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं,
और सबसे बड़ी बात — गोरखपुर, आजमगढ़ और लखनऊ को जोड़ने वाला विकास का सेतु।

यह एक्सप्रेसवे अब पूर्वांचल की सड़कों पर नहीं, बल्कि लोगों की जीवनशैली और सोच में बदलाव का वाहक बनेगा।

विकास की नई धारा

मंत्री नन्दी ने कहा,

“जिस प्रकार नदियाँ कृषि के लिए जीवनधारा होती हैं, उसी तरह एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास की जीवनधारा हैं। उत्तर प्रदेश के हर कोने तक अब औद्योगिक विकास की रोशनी पहुँच रही है।”

समापन संदेश

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के साथ पूर्वांचल के विकास की एक नई सुबह हुई है। ये महज लोकार्पण नहीं, एक नए युग का उद्घाटन है — एक ऐसा युग, जहां पूर्वांचल केवल पिछड़ेपन की कहानी नहीं, बल्कि समृद्धि, सुरक्षा और स्वाभिमान का प्रतीक होगा।