नोएडा: वृद्धाश्रम में बुजुर्गों पर अमानवीय अत्याचार, 40 लोगों को छुड़ाया गया, आनंद निकेतन आश्रम सील

नोएडा: वृद्धाश्रम में बुजुर्गों पर अमानवीय अत्याचार, 40 लोगों को छुड़ाया गया, आनंद निकेतन आश्रम सील

नोएडा | 27 जून 2025
नोएडा के सेक्टर-55 स्थित आनंद निकेतन वृद्ध सेवा आश्रम से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। बुजुर्गों की सेवा के नाम पर चल रहे इस आश्रम में अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी गईं। छापेमारी करने गई टीम भी अंदर की हालत देखकर दंग रह गई।

राज्य महिला आयोग, नोएडा पुलिस, समाज कल्याण विभाग और जिला प्रोबेशन विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर 40 बुजुर्गों को रेस्क्यू किया और आश्रम को तुरंत सील कर दिया गया


तहखाने में ताले, कपड़ों से बंधी बुजुर्ग महिला

जांच टीम जब आश्रम के अंदर पहुंची तो वहां का नजारा दिल दहला देने वाला था।

  • एक बुजुर्ग महिला को कपड़े से बांधकर एक कमरे में बंद किया गया था।

  • पुरुषों को तहखाने जैसे अंधेरे कमरों में ताले लगाकर रखा गया था।

  • कई बुजुर्गों के पास पहनने के लिए ठीक कपड़े भी नहीं थे।

  • जगह-जगह बदबू और गंदगी फैली हुई थी, जिससे यह स्पष्ट था कि आश्रम में न तो साफ-सफाई है और न ही देखभाल।


बुजुर्ग महिलाएं दयनीय हालत में

छापेमारी के दौरान बुजुर्ग महिलाएं बेहद दयनीय स्थिति में मिलीं। किसी की आँखों में डर था तो कोई चुपचाप बैठी हुई थी। टीम ने बताया कि कई महिलाओं को लंबे समय से धूप या ताजी हवा तक नसीब नहीं हुई थी। कुछ बुजुर्गों ने टीम के सामने रोते हुए कहा कि "हमसे न तो ठीक से बात की जाती है और न ही हमें इंसान समझा जाता है।"


 40 बुजुर्गों को किया गया रेस्क्यू

टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आश्रम से
➡️ 40 बुजुर्गों को बाहर निकाला,
➡️ उन्हें प्राथमिक उपचार और भोजन मुहैया कराया
➡️ और संबंधित संस्थाओं के सुपुर्द किया गया।

इस पूरी कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई है, जो आगे की जांच में सबूत के रूप में इस्तेमाल होगी।


कानूनी कार्रवाई शुरू, प्रबंधन पर मामला दर्ज

पुलिस ने आश्रम संचालकों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर लिया है।

  • आश्रम में कानूनी नियमों का पालन नहीं किया गया

  • किसी बुजुर्ग के साथ मारपीट या मानसिक उत्पीड़न की पुष्टि की जा रही है

  • संबंधित दस्तावेज और अनुमति की भी जांच की जा रही है

राज्य महिला आयोग ने भी इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।


आयोग की अध्यक्ष का बयान

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा:
"यह केवल एक संस्था की लापरवाही नहीं है, बल्कि यह उस समाज की चुप्पी है जो अपने बुजुर्गों को उपेक्षा की अंधेरी कोठरी में धकेल देता है। इस तरह की संस्थाओं पर कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।"


 समाज के लिए एक आईना

यह घटना एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करती है कि हम अपने बुजुर्गों को कैसी जिंदगी दे रहे हैं। जो लोग कभी इस समाज की नींव रहे, आज उन्हें दया नहीं, अधिकार चाहिए।


जांच में शामिल टीमें:

  • राज्य महिला आयोग

  • नोएडा पुलिस

  • समाज कल्याण विभाग

  • जिला प्रोबेशन कार्यालय


यह सिर्फ एक छापा नहीं था, यह एक चेतावनी थी — कि अब ऐसे आश्रमों की आड़ में चल रहे ‘अमानवीय व्यापार’ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बुजुर्गों को उनका सम्मान लौटाना अब हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।