देश को मिला नया न्याय शीर्ष: भूषण रामकृष्ण गवई ने ली भारत के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ

देश को मिला नया न्याय शीर्ष: भूषण रामकृष्ण गवई ने ली भारत के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ

नई दिल्ली | 14 मई, 2025:
भारतीय न्याय व्यवस्था के इतिहास में आज एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया। राष्ट्रपति भवन के गरिमामय गणतंत्र मंडप में आयोजित एक भव्य समारोह में न्यायमूर्ति श्री भूषण रामकृष्ण गवई ने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) के रूप में शपथ ग्रहण की।

सुबह ठीक 10 बजे, देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष उन्होंने संविधान की रक्षा और न्यायिक मर्यादाओं के प्रति अपनी निष्ठा की शपथ ली। उनके शपथ ग्रहण के साथ ही देश को मिला एक ऐसा न्यायाधीश, जिनका व्यक्तित्व निष्पक्षता, विद्वत्ता और संवेदनशीलता का प्रतीक माना जाता है।

न्यायमूर्ति गवई की नियुक्ति न केवल न्यायपालिका के लिए एक गौरव का क्षण है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है। वे सर्वोच्च न्यायालय के 51वें मुख्य न्यायाधीश बने हैं और उनके अनुभव व दृष्टिकोण से न्यायिक व्यवस्था में नई ऊर्जा और न्याय की व्यापकता आने की उम्मीद की जा रही है।

इस विशेष अवसर पर देशभर के न्यायाधीश, वरिष्ठ अधिवक्ता, विधिक विशेषज्ञ और गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। समारोह की भव्यता, अनुशासन और गरिमा ने इसे यादगार बना दिया।

न्यायमूर्ति गवई की यह नई भूमिका देशवासियों में न्याय के प्रति विश्वास को और भी सुदृढ़ करेगी। न्यायिक सेवा के प्रति उनकी दशकों की निष्ठा और प्रतिबद्धता अब सर्वोच्च न्यायपीठ की बागडोर संभालने में उनकी दिशा-दर्शक बनेगी।