साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में गैंगरेप का सनसनीखेज मामला: तृणमूल छात्र नेता समेत तीन गिरफ्तार, कॉलेज कैंपस में घटी शर्मनाक वारदात

कोलकाता ब्यूरो | 27 जून 2025
कोलकाता के प्रतिष्ठित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज से जुड़ा एक बेहद सनसनीखेज और शर्मनाक मामला सामने आया है। 25 जून की रात कॉलेज परिसर में एक छात्रा के साथ गैंगरेप की वारदात हुई, जिसने शहर को हिलाकर रख दिया है। पीड़िता की शिकायत पर कसबा थाना पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक पूर्व छात्र और दो वर्तमान छात्र शामिल हैं।
पूर्व छात्र निकला सत्तारूढ़ दल से जुड़ा नेता
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी 31 वर्षीय मणोजित मिश्रा, न सिर्फ कॉलेज का पूर्व छात्र है, बल्कि तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) का मौजूदा जिला महासचिव भी है। यानी उसका सीधा संबंध सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से है। इस राजनीतिक जुड़ाव ने मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है।
क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के मुताबिक, 25 जून की रात को छात्रा कॉलेज परिसर में किसी वजह से रुकी हुई थी, तभी मौके का फायदा उठाकर आरोपियों ने उसे निशाना बनाया। तीनों आरोपियों ने मिलकर उसके साथ कथित रूप से गैंगरेप किया। घटना के बाद पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
आरोपियों की पहचान
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मणोजित मिश्रा: मुख्य आरोपी, पूर्व छात्र, TMCP जिला महासचिव
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अन्य दो आरोपी: वर्तमान छात्र, नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं
पुलिस की सक्रियता और जांच की दिशा
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फौरन केस दर्ज कर तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। फिलहाल तीनों को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि हर ऐंगल से जांच की जा रही है, और फॉरेंसिक टीम से भी मदद ली जा रही है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “मामला न केवल कानून व्यवस्था का है, बल्कि संस्थान की गरिमा और छात्राओं की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। इसलिए जांच को पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ अंजाम दिया जाएगा।”
कॉलेज प्रशासन की चुप्पी
घटना सामने आने के बाद भी कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे छात्रों में गुस्सा और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। छात्र संगठनों ने कॉलेज में सुरक्षा के अभाव और लापरवाह रवैये को लेकर प्रशासन की आलोचना शुरू कर दी है।
राजनैतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज
मणोजित मिश्रा के राजनीतिक संबंध उजागर होने के बाद, विपक्ष ने इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि “ऐसे मामलों में पार्टी के प्रभाव को दरकिनार कर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
क्या मांगे उठ रही हैं?
कॉलेज परिसरों में महिला सुरक्षा के लिए सख्त कदम
आरोपी को जल्द कोर्ट में पेश कर फास्ट ट्रैक में सुनवाई
सत्ताधारी पार्टी से जुड़े लोगों पर निष्पक्ष कार्रवाई
कॉलेज प्रशासन की भूमिका की जांच
यह घटना न केवल एक शिक्षण संस्थान की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाली है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जब राजनीति और अपराध का गठजोड़ होता है, तो उसके शिकार सबसे पहले आम लोग, विशेषकर महिलाएं होती हैं। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए समाज, प्रशासन और राजनीति को एकजुट होकर खड़ा होना होगा।