आदिवासी छात्रों की तकनीकी उड़ान: 50 एकलव्य मॉडल स्कूलों में शुरू हुआ 'अमेज़ॅन फ्यूचर इंजीनियर प्रोग्राम'

आदिवासी छात्रों की तकनीकी उड़ान: 50 एकलव्य मॉडल स्कूलों में शुरू हुआ 'अमेज़ॅन फ्यूचर इंजीनियर प्रोग्राम'
आदिवासी छात्रों की तकनीकी उड़ान: 50 एकलव्य मॉडल स्कूलों में शुरू हुआ 'अमेज़ॅन फ्यूचर इंजीनियर प्रोग्राम'

नेशनल एजुकेशन सोसाइटी फॉर ट्राइबल स्टूडेंट्स (एनईएसटीएस) ने एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाते हुए 7 राज्यों के 50 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) में 'अमेज़ॅन फ्यूचर इंजीनियर प्रोग्राम' के तीसरे चरण का शुभारंभ किया। इस चरण में छात्रों को ब्लॉकचेन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कोडिंग और ब्लॉक प्रोग्रामिंग जैसी नवीनतम तकनीकों से रूबरू कराया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य आदिवासी छात्रों को डिजिटल युग के नए अवसरों से जोड़ना और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना है। नई दिल्ली में आयोजित चार दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान एनईएसटीएस के आयुक्त श्री अजीत कुमार श्रीवास्तव ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर 'ईएमआरएस कोडर्स एक्सपो' का भी शुभारंभ किया, जिसमें पिछले शैक्षणिक सत्र की 20 सर्वश्रेष्ठ कोडिंग परियोजनाओं का प्रदर्शन किया गया। 

श्रीवास्तव ने कहा, "हमारा उद्देश्य आदिवासी शिक्षकों और छात्रों को उभरती हुई तकनीकों से सशक्त करना है। इन कार्यक्रमों से आदिवासी बच्चे एसटीईएम (STEM) के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी बनने की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ाएंगे।" समारोह में सर्वश्रेष्ठ कोडिंग परियोजनाओं के लिए तीन छात्रों और समर्पित शिक्षकों को विशेष सम्मान से नवाजा गया। यह प्रोग्राम 410 प्रस्तावित ईएमआरएस में लागू किया जाएगा और इसे भारत में आदिवासी छात्रों को तकनीकी साक्षरता और नवाचार के नए अवसर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसके तहत 6 से 9वीं कक्षा के छात्रों को ब्लॉकचेन और एआई जैसी उन्नत तकनीकों का प्रशिक्षण मिलेगा, जबकि 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए प्रोजेक्ट-आधारित वर्चुअल सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। एनईएसटीएस, आदिवासी छात्रों के भविष्य को संवारने और उन्हें तकनीकी क्षेत्र में अग्रणी बनाने के इस महत्वपूर्ण प्रयास से आदिवासी शिक्षा को आधुनिक दिशा देने के साथ ही भारत के तकनीकी विकास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।