हिमाचल में मानसून की मार: बादल फटे, ज़िंदगियाँ उजड़ीं, 31 की मौत, 300 करोड़ की क्षति

शिमला/कुल्लू/मंडी | 28 जून 2025
हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष मानसून की दस्तक विनाशकारी साबित हो रही है। जैसे ही बादलों ने बरसना शुरू किया, वैसे ही कई जिलों में तबाही की तस्वीरें सामने आने लगीं। कुल्लू, मंडी और कांगड़ा जिलों में भारी बारिश के चलते बादल फटने की कई घटनाएँ हुई हैं, जिन्होंने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार, अब तक 31 लोगों की जान इस आपदा में जा चुकी है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं और कई अब भी लापता बताए जा रहे हैं। करीब 300 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान आंका गया है। सड़कों के टूटने, पुलों के बह जाने और घरों के ध्वस्त हो जाने की खबरें लगातार आ रही हैं।
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके:
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कुल्लू में नदी किनारे बसे गाँवों में बाढ़ जैसे हालात
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मंडी में पहाड़ दरकने से कई घर जमींदोज
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कांगड़ा में बादल फटने से खेतों और सड़कों पर मलबा जमा
राहत और बचाव कार्य जारी
राज्य सरकार ने NDRF और SDRF की टीमें तैनात कर दी हैं। स्थानीय प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा है, लेकिन कई क्षेत्रों में सड़क संपर्क टूट जाने से राहत पहुँचाने में कठिनाइयाँ आ रही हैं।
मुख्यमंत्री ने आपात बैठक कर हालात की समीक्षा की और कहा:
“हम प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द सहायता पहुँचाई जाएगी।”
यात्रियों व पर्यटकों के लिए अलर्ट
हिमाचल आने वाले पर्यटकों को फिलहाल यात्रा टालने की सलाह दी गई है। पहाड़ी रास्तों पर भूस्खलन और तेज बहाव के कारण खतरा बना हुआ है।
प्रार्थना और सतर्कता की ज़रूरत
इन विपरीत परिस्थितियों में पूरा देश हिमाचल के लोगों के साथ खड़ा है। प्रशासन से लेकर आम नागरिक तक सभी एकजुट होकर राहत में जुटे हैं।
हम आपसे अपील करते हैं कि आप प्राकृतिक आपदा से जुड़ी अफवाहों से बचें और आधिकारिक निर्देशों का पालन करें।