तिरंगे का अपमान: मऊ जनपद के ग्राम पंचायत रेयांव में मनरेगा योजना के खेल मैदान पर लहराता जर्जर राष्ट्रध्वज
संवाददाता- मनोज कुमार
मऊ जनपद के ब्लाक बड़रॉव के ग्राम पंचायत रेयांव में तिरंगा झंडा, जो कभी शान और सम्मान के साथ खेल मैदान पर फहराया गया था, आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। मनरेगा योजना के अंतर्गत बने खेल मैदान, पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय की चारदीवारी के मुख्य द्वार पर लहराया गया यह तिरंगा अब जीर्ण-शीर्ण हो चुका है। वह तिरंगा, जिसे वीर जवान शरहद पर गर्व के साथ फहराते हैं, यहां पर अनदेखी और लापरवाही का शिकार हो रहा है।
समय पर तिरंगे को न उतारने के कारण यह ध्वज अब फटने की स्थिति में पहुंच गया है। यह नजारा देखकर देशप्रेमियों के दिल में एक टीस सी उठती है। यह केवल एक झंडा नहीं, बल्कि हमारी राष्ट्रीय अस्मिता और सम्मान का प्रतीक है। यहां की स्थिति पर नजर डालें तो शर्मिंदगी होती है कि ऐसा अपमान कैसे हो सकता है। ग्राम पंचायत सहायक, सचिव और प्रधान की जिम्मेदारी थी कि समय रहते इस ध्वज को सम्मानपूर्वक उतारा जाता, लेकिन ऐसा न करने से तिरंगे का अपमान हुआ है।
तिरंगे का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। यह हमारे देश की आन-बान और शान है। जिन वीर जवानों ने इस तिरंगे को ऊंचाई पर रखने के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं, उनके सम्मान की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है। ग्रामीणों की ओर से संबंधित अधिकारियों से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की जा रही है ताकि तिरंगे को उसके सही सम्मान के साथ उतारा जा सके और आगे ऐसी लापरवाही न हो।
अधिकारियों और ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लोगों से अपील है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कदम उठाएं, ताकि राष्ट्रध्वज का सम्मान बना रहे और भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही की पुनरावृत्ति न हो। तिरंगा हमारी शान है, इसका सम्मान हर भारतीय का फर्ज है।
तिरंगे का अपमान: राष्ट्रध्वज के प्रति लापरवाही बर्दाश्त नहीं!
यह लेख तिरंगे के प्रति समाज की जागरूकता बढ़ाने और जिम्मेदारियों को पूरा करने की दिशा में एक मजबूत आवाज बनने की उम्मीद है।